गाजियाबाद: लॉकडाउन पीरियड की वजह से गाजियाबाद जिले के ज्यादातर स्कूल स्टूडेंट्स को ऑनलाइन क्लासेस दे रहे हैं, लेकिन इन ऑनलाइन क्लासेस की वजह से बच्चों की आंखों में जलन, गर्दन और पीठ में दर्द के अलावा कई अन्य समस्याओं का सामना करने की बात सामने आई है. स्टूडेंट्स के अभिभावकों के मुताबिक लगातार कंप्यूटर या मोबाइल के माध्यम से ऑनलाइन क्लास लेते वक्त ऐसी स्थिति हो रही है.
'समर वेकेशन किया जाए घोषित'
गाजियाबाद के डीएम अजय शंकर पांडे ने हाल ही में शासन को पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में लिखा कि फिलहाल समर वेकेशन घोषित कर दिया जाए. इससे बच्चों को ऑनलाइन क्लास नहीं लेनी पड़ेगी. इस तरह लॉकडाउन की अवधि को भी समर वेकेशन की अवधि में शामिल कर लिया जाएगा. ऐसे में आने वाले जुलाई के महीने की जगह 10 से 15 दिन पहले ही गर्मी का अवकाश खत्म हो जाएगा, जिससे सिलेबस भी प्रभावित नहीं होगा.
अभिभावकों ने बताई स्टूडेंट्स की आपबीती
स्टूडेंट्स के अभिभावकों के मुताबिक डीएम ने इस विषय में कुछ स्टूडेंट्स से भी बात की थी. स्टूडेंट्स भी इस बात को मानते हैं कि उनकी आंखों में जलन और आंखों से पानी निकलने की शिकायत बढ़ गई है. इसके अलावा पीठ दर्द और कमर दर्द भी हो रहा है. रोजाना दो से 3 घंटे तक ऑनलाइन क्लासेज चलती हैं और उस दौरान स्टूडेंट्स को लैपटॉप पर आंखें गड़ाए रहना पड़ता है.
छठी क्लास के बाद के स्टूडेंट्स को ऑनलाइन क्लासेज दी जा रही हैं. कई बार इंटरनेट की समस्या भी आती है, जिससे वे नहीं पढ़ पा रहे हैं और परेशानी से भी जूझ रहे हैं. स्टूडेंट्स के अभिभावक और कुछ स्कूल मालिक भी डीएम के इस सुझाव को सही मान रहे हैं.