लखनऊ: कोविड-19 के दौरान खेल जगत पर पूर्ण विराम लगा हुआ है. भले ही सरकार की गाइडलाइन के बाद कुछ खेल गतिविधियों को चलाने के लिए अनुमति मिल गई हो, लेकिन अभी भी स्पोर्ट्स कॉलेज के खेल विभाग की तरफ से खेल गतिविधियों को चलाने के लिए कोई भी गाइडलाइन जारी नहीं की गई है. इसकी वजह से स्पोर्ट्स कॉलेज के छात्रों को ऑनलाइन ट्रेनिंग शेड्यूल से खेल शिक्षा दी जा रही है.
स्पोर्ट्स कॉलेज पूरी तरह से बंद
स्पोर्ट्स स्टेडियम के कोच रामेश्वर सिंह ने बताया कि फिलहाल तो स्पोर्ट्स कॉलेज पूरी तरह से बंद है. कॉलेज के छात्रों को ऑनलाइन शेड्यूल के माध्यम से शिक्षा दी जा रही है, क्योंकि हमारा कॉलेज आवासीय विद्यालय है. यहां पर गांव, देहात और शहर के बच्चे 24 घंटे रहते हैं, जिसकी वजह से यहां पर कोविड-19 का संक्रमण फैलने का ज्यादा खतरा रहता है. अगर सरकार की तरफ से गाइडलाइन आती है तो स्कूल को खोल दिया जाएगा.
स्पोर्ट्स कॉलेज में इतने छात्र करते हैं अध्ययन
उन्होंने बताया कि हमारे यहां 340 सीटें हैं. फिलहाल, अभी कॉलेज में सिर्फ 241 छात्रों के एडमिशन हुए हैं. हमारे यहां पांच खेल होते हैं. उनमें हॉकी, फुटबॉल, वॉलीबॉल, क्रिकेट, बैडमिंटन आदि में 60-60 सीटें हैं. कुछ खेल ऐसे भी हैं, जिसमें 45 और 25 सीटें हैं.
गांव के छात्रों की संख्या अधिक
कोच रामेश्वर सिंह ने बताया कि लखनऊ सहित तमाम स्पोर्ट्स कॉलेज में अधिकतर बच्चे ग्रामीण क्षेत्रों से ही आते हैं. क्योंकि शहर के बच्चों में वो दम नहीं है, जो गांव के बच्चों में है. गांव के बच्चे बहुत-बहुत दूर से आते हैं. ये बच्चे अधिकतर गरीब परिवार के होते हैं, लेकिन फिर भी आते हैं.