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फरार IPS मणिलाल पाटीदार पर दर्ज होगी एक और FIR, विजलेंस की सिफारिश को शासन ने दी मंजूरी - Crusher businessman Indrakant Tripathi murder case

महोबा के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के मामले में करीब 2 साल से फरार पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार के खिलाफ शासन ने भ्रष्टाचार के मामले में विजलेंस की जांच रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर दर्ज करने की मंजूरी दे दी है.

मणिलाल पाटीदार
मणिलाल पाटीदार
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Published : May 7, 2022, 9:25 AM IST

Updated : May 7, 2022, 2:22 PM IST

लखनऊ: महोबा जिले में कबरई के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के मामले में करीब 2 साल से फरार पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार के खिलाफ शासन ने भ्रष्टाचार के मामले में विजलेंस की जांच रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर दर्ज करने की मंजूरी दे दी है. जिसके बाद जल्द ही विजलेंस पाटीदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करेगी.

मणिलाल पाटीदार के खिलाफ विजलेंस की कानपुर इकाई जांच कर रही थी जिसने बीते साल ही अपनी जांच रिपोर्ट विजलेंस मुख्यालय को भेजी थी. मुख्यालय ये जांच रिपोर्ट शासन की भेजी थी और आईपीएस मणिलाल पाटीदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की थी. अब शासन ने विजलेंस की सिफारिश को मानते हुए एफआईआर दर्ज करने की मंजूरी दे दी है. विजलेंस की जांच रिपोर्ट में पूर्व एसपी के खिलाफ गंभीर आरोप थे. इसमें माना गया कि पाटीदार ने सिंडीकेट बनाकर वसूली गैंग चला रखा था. इसमें तमाम पुलिस वाले भी शामिल थे.


किस मामले की हो रही थी जांच ?
आईपीएस मणिलाल पाटीदार के खिलाफ कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी की मौत के अलावा अन्य व्यापारियों से रिश्वत मांगने के आरोप में भी जांच प्रचलित थी. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट में काम कर रहे ट्रांसपोर्टर पीपी पांडेय ने शासन को शिकायत की थी कि मणिलाल पाटीदार उनसे व प्रोजेक्ट मैनेजर से रिश्वत मांगते है और न देने पर ट्रक व डंपर को सीज करने की धमकी दे रहे हैं. शासन के आदेश पर 10 दिसंबर 2020 को महोबा कोतवाली में पूर्व एसपी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया था. जिसके बाद विजलेंस भी इस मामले की जांच कर रही थी. इस जांच की जद में पाटीदार के अलावा थाना प्रभारी खरेला राजू सिंह, थाना प्रभारी चरखारी राकेश सरोज व दरोगा भूपेंद्र प्रताप भी आये है.

महोबा के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने 7 सितंबर 2020 को एक वीडियो वायरल कर तत्कालीन एसपी महोबा मणिलाल पाटीदार पर उगाही का आरोप लगाया था. ये भी कहा था कि अगर उनकी हत्या होती थी तो एसपी ही जिम्मेदार होंगे. दूसरे ही दिन इंद्रकांत त्रिपाठी अपनी कार में घायल की अवस्था में मिले थे, उन्हें गोली लगी थी. 13 सितंबर को कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी. इस प्रकरण में तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदारी व एसओ कबरई देवेंद्र शुक्ला समेत अन्य आरोपितों पर मुकदमा दर्ज किया गया था. मणिलाल पाटीदार तब से फरार है और यूपी पुलिस ने उस पर एक लाख का इनाम घोषित कर रखा है.

इसे भी पढे़ं- स्पेशल रिपोर्ट : दो IPS अधिकारी, जिनकी तलाश कर रही यूपी पुलिस

लखनऊ: महोबा जिले में कबरई के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के मामले में करीब 2 साल से फरार पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार के खिलाफ शासन ने भ्रष्टाचार के मामले में विजलेंस की जांच रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर दर्ज करने की मंजूरी दे दी है. जिसके बाद जल्द ही विजलेंस पाटीदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करेगी.

मणिलाल पाटीदार के खिलाफ विजलेंस की कानपुर इकाई जांच कर रही थी जिसने बीते साल ही अपनी जांच रिपोर्ट विजलेंस मुख्यालय को भेजी थी. मुख्यालय ये जांच रिपोर्ट शासन की भेजी थी और आईपीएस मणिलाल पाटीदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की थी. अब शासन ने विजलेंस की सिफारिश को मानते हुए एफआईआर दर्ज करने की मंजूरी दे दी है. विजलेंस की जांच रिपोर्ट में पूर्व एसपी के खिलाफ गंभीर आरोप थे. इसमें माना गया कि पाटीदार ने सिंडीकेट बनाकर वसूली गैंग चला रखा था. इसमें तमाम पुलिस वाले भी शामिल थे.


किस मामले की हो रही थी जांच ?
आईपीएस मणिलाल पाटीदार के खिलाफ कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी की मौत के अलावा अन्य व्यापारियों से रिश्वत मांगने के आरोप में भी जांच प्रचलित थी. बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट में काम कर रहे ट्रांसपोर्टर पीपी पांडेय ने शासन को शिकायत की थी कि मणिलाल पाटीदार उनसे व प्रोजेक्ट मैनेजर से रिश्वत मांगते है और न देने पर ट्रक व डंपर को सीज करने की धमकी दे रहे हैं. शासन के आदेश पर 10 दिसंबर 2020 को महोबा कोतवाली में पूर्व एसपी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज किया था. जिसके बाद विजलेंस भी इस मामले की जांच कर रही थी. इस जांच की जद में पाटीदार के अलावा थाना प्रभारी खरेला राजू सिंह, थाना प्रभारी चरखारी राकेश सरोज व दरोगा भूपेंद्र प्रताप भी आये है.

महोबा के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने 7 सितंबर 2020 को एक वीडियो वायरल कर तत्कालीन एसपी महोबा मणिलाल पाटीदार पर उगाही का आरोप लगाया था. ये भी कहा था कि अगर उनकी हत्या होती थी तो एसपी ही जिम्मेदार होंगे. दूसरे ही दिन इंद्रकांत त्रिपाठी अपनी कार में घायल की अवस्था में मिले थे, उन्हें गोली लगी थी. 13 सितंबर को कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी. इस प्रकरण में तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदारी व एसओ कबरई देवेंद्र शुक्ला समेत अन्य आरोपितों पर मुकदमा दर्ज किया गया था. मणिलाल पाटीदार तब से फरार है और यूपी पुलिस ने उस पर एक लाख का इनाम घोषित कर रखा है.

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Last Updated : May 7, 2022, 2:22 PM IST
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