लखनऊः कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर के अभी तक कोई भी शोध संस्थान और चिकित्सा संस्थान किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा है. ट्रायल हर स्तर पर चल रहा है, लेकिन कोरोना वायरस की वैक्सीन के रख-रखाव और किन लोगों को यह वैक्सीन पहले लगनी है. इसकी व्यवस्था बनाना स्वास्थ विभाग ने शुरू कर दिया है.
यूपी की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस की वैक्सीन आने के बाद सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को लगाई जाएगी. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां शुरू हो गई हैं. जिला स्वास्थ विभाग की तरफ से वैक्सीन के स्टोरेज के लिए बिल्डिंग की साफ-सफाई भी शुरू कर दी गई है. वहीं इस मामले पर स्वास्थ विभाग के अफसरों का कहना है कि करीब एक लाख स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी.
इस पूरे मामले पर राजधानी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय भटनागर ने बताया कि वैक्सीन रखने के लिए ऐशबाग बीएमसी के पास डिस्ट्रिक्ट वैक्सीन स्टोर के बगल वाली बिल्डिंग को चुना गया है. यहां पर वैक्सीन के स्टोरेज की तैयारी शुरू कर दी गई है. तैयारी के साथ ही यहां करीब एक लाख वैक्सीन रखने की व्यवस्था होगी.
उन्होंने बताया कि वैक्सीन लगाने के लिए सभी सरकारी और निजी अस्पताल से स्टाफ का ब्यौरा मांगा गया है. मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि दरअसल कोरोना सबसे ज्यादा अस्पतालों में खतरा रहता है. इसकी वजह से अस्पतालों के कर्मचारियों का भी कोरोना की चपेट में आने के आसार ज्यादा बढ़ जाते हैं. इसके बाद यह निर्णय लिया जा रहा है की कोरोना की वैक्सीन आने पर सबसे पहले यह वैक्सीन स्वास्थ्य कर्मियों को ही लगाई जाएगी.
इस पर सीएमओ डॉ. संजय भटनागर का कहना है कि वैक्सीन लगाने के लिए सभी सरकारी और निजी अस्पतालों से स्टाफ का पूरा विवरण मांगा गया है, लेकिन सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को लगाई जाएगी. एक अनुमान के अनुसार यह संख्या करीब एक लाख मानी जा रही है.