लखनऊ: प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. पिछले 24 घंटे में पांच हजार से अधिक नये मरीज निकले हैं. हालांकि अच्छी बात यह है कि कुल संक्रमित मरीजों में से करीब एक लाख 48 हजार लोग ठीक हो चुके हैं. अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोविड टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है. प्रदेश में मंगलवार को एक दिन में अब तक का सर्वाधिक एक लाख 44 हजार 802 सैंपल की जांच की गई है.
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में अब तक 49 लाख 41 हजार 679 सैंपल की जांच की गई है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 5,898 नये मामले सामने आए हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश में 51 हजार 317 कोरोना के एक्टिव केस हैं. इनमें से 25 हजार 279 मरीज होम आइसोलेशन में हैं. 2 हजार 341 लोग निजी अस्पताल में और 250 मरीज सेमी पेड फैसिलिटी में हैं. इसके अतिरिक्त शेष मरीज एल-1, एल-2 और एल-3 कोविड अस्पतालों में भर्ती हैं. उनका इलाज चल रहा है. प्रदेश में अब तक एक लाख 48 हजार 562 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं.
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में ई-संजीवनी पोर्टल का लगातार प्रयोग किया जा रहा है. कुल 2,145 लोगों ने ई-संजीवनी पोर्टल का प्रयोग करके डॉक्टरों से सलाह ली है. अब तक 44,097 लोगों ने ई-संजीवनी पोर्टल पर चिकित्सीय परामर्श प्राप्त किया है. उन्होंने बताया कि हवाई यात्रा में से आने वालों के लिए नया प्रोटोकॉल जारी किया गया है. प्रदेश में कुल 62 हजार 296 कोविड हेल्प डेस्क स्थापित हैं.
अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में सर्विलांस की कार्यवाही के अंतर्गत दो लाख 82 हजार 756 सर्विलांस टीम द्वारा एक करोड़ 93 लाख 20 हजार 775 घरों का सर्वेक्षण किया गया है. इन घरों में 9 करोड़ 71 लाख 70 हजार 306 लोग रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही हैं. कोविड के साथ नॉन-कोविड मरीजों पर भी ध्यान दिया जा रहा है.
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि पिछले वर्ष एक जून से 25 अगस्त के बीच प्रदेश में 50 हजार 118 मेजर सर्जरी की गई थी. इसी अवधि में इस वर्ष एक जून से 25 अगस्त तक 40 हजार 2017 मेजर सर्जरी की गई है. उन्होंने बताया कि गत 24 अगस्त को प्रदेश में कुल 5,761 डिलीवरी विभिन्न सरकारी अस्पतालों में कराई गई है. इनमें से 5,588 प्रसूताओं की नॉर्मल डिलीवरी व 173 प्रसूताओं की सिजेरियन डिलीवरी कराई गई.