लखनऊ: जिले के विकासखंड बख्शी का तालाब के मदारीपुर एवं सीवां गांव में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नेशनल मिशन फॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर योजना अंतर्गत एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया . इस अवसर पर प्रशिक्षण दे रहे सीबी गुप्ता कृषि महाविद्यालय के सहायक आचार्य डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह ने पौधों के रख-रखाव के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि किसान भाई अपने आम, अमरूद एवं नींबू के पौधों की छटाई करें तथा काटे गए शाखाओं पर बोर्डो पेस्ट के साथ में इमिडाक्लोप्रिड का लेप लगाएं.
डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि कटहल की फसल पर मिलीबग प्रबंधन हेतु ट्री बैंडिंग करें. मिर्च, टमाटर, बैंगन, शिमला की फसलों में पौधों की वृद्धि एवं फूलों के विकास के लिए पेक्लोब्युटाजोल 23 SC 4 एम एल तथा कैल्शियम क्लोराइड 4 एमएल को 15 लीटर की टंकी में घोल बनाकर छिड़काव करने की सलाह दी. वहीं कद्दू वर्गीय फसलों को कोहरा एवं पाला के दिनों में पौधों की वृद्धि एवं विकास के लिए कैल्शियम क्लोराइड की 4 एम एल मात्रा को 15 लीटर पानी की टंकी में डालकर घोल बनाकर छिड़काव करने को कहा.
डॉ. सिंह ने बताया कि घरों में ही कद्दू वर्गीय सब्जियों, खरबूजा, ककड़ी तरबूज की नर्सरी तैयार कर लें और फरवरी के दूसरे सप्ताह में इनकी रोपाई कर दें. कद्दू वर्गीय सब्जियों एवं खरबूजा तरबूज से किसानों की आय बढ़ेगी. वहीं डॉ. सिंह ने किसानों को खरबूजा की हरा मधु, लोकल पीला एवं पूसा शारदा प्रजाति लगाने की सलाह दी, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी. इस अवसर पर तकनीकी सहायक राणा प्रताप सिंह ने मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए तथा प्रमोद यादव ने किसानों को दी जाने वाली योजनाओं के बारे में बताया. साथ ही किसानों को सही मात्रा में उर्वरक प्रयोग करने की सलाह भी दी. इस अवसर तकनीकी सहायक दीपक कुमार यादव एवं गांव के प्रगतिशील किसानों को प्रशिक्षण दिया गया.
एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
लखनऊ जिले के विकासखंड बख्शी का तालाब के मदारीपुर एवं सीवां गांव में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नेशनल मिशन फॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर योजना के अंतर्गत एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर सीबी गुप्ता कृषि महाविद्यालय के सहायक आचार्य डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह ने पौधों के रख-रखाव के बारे में जानकारी दी.
लखनऊ: जिले के विकासखंड बख्शी का तालाब के मदारीपुर एवं सीवां गांव में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नेशनल मिशन फॉर सस्टेनेबल एग्रीकल्चर योजना अंतर्गत एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया . इस अवसर पर प्रशिक्षण दे रहे सीबी गुप्ता कृषि महाविद्यालय के सहायक आचार्य डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह ने पौधों के रख-रखाव के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि किसान भाई अपने आम, अमरूद एवं नींबू के पौधों की छटाई करें तथा काटे गए शाखाओं पर बोर्डो पेस्ट के साथ में इमिडाक्लोप्रिड का लेप लगाएं.
डॉ. सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि कटहल की फसल पर मिलीबग प्रबंधन हेतु ट्री बैंडिंग करें. मिर्च, टमाटर, बैंगन, शिमला की फसलों में पौधों की वृद्धि एवं फूलों के विकास के लिए पेक्लोब्युटाजोल 23 SC 4 एम एल तथा कैल्शियम क्लोराइड 4 एमएल को 15 लीटर की टंकी में घोल बनाकर छिड़काव करने की सलाह दी. वहीं कद्दू वर्गीय फसलों को कोहरा एवं पाला के दिनों में पौधों की वृद्धि एवं विकास के लिए कैल्शियम क्लोराइड की 4 एम एल मात्रा को 15 लीटर पानी की टंकी में डालकर घोल बनाकर छिड़काव करने को कहा.
डॉ. सिंह ने बताया कि घरों में ही कद्दू वर्गीय सब्जियों, खरबूजा, ककड़ी तरबूज की नर्सरी तैयार कर लें और फरवरी के दूसरे सप्ताह में इनकी रोपाई कर दें. कद्दू वर्गीय सब्जियों एवं खरबूजा तरबूज से किसानों की आय बढ़ेगी. वहीं डॉ. सिंह ने किसानों को खरबूजा की हरा मधु, लोकल पीला एवं पूसा शारदा प्रजाति लगाने की सलाह दी, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी. इस अवसर पर तकनीकी सहायक राणा प्रताप सिंह ने मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए तथा प्रमोद यादव ने किसानों को दी जाने वाली योजनाओं के बारे में बताया. साथ ही किसानों को सही मात्रा में उर्वरक प्रयोग करने की सलाह भी दी. इस अवसर तकनीकी सहायक दीपक कुमार यादव एवं गांव के प्रगतिशील किसानों को प्रशिक्षण दिया गया.