लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने उत्तर प्रदेश मिलेट्स पुनरुद्वार श्री अन्न महोत्सव (राज्य स्तरीय प्रदर्शनी एवं कार्यशाला) में विभिन्न कंपनियों के लगे स्टॉलों का निरीक्षण किया. मुख्य सचिव ने श्री अन्न की महत्ता के बारे में कहा कि 'प्राचीन काल से यह हमारे भोजन का प्रमुख अंग रहा है. आज विश्व स्तर पर श्री अन्न को महत्ता दी जा रही है. अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर श्री अन्नों की मांग बनी हुई है. इस मौके पर बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. शंमुगा सुंदरम एमके ने घोषणा की है कि सप्ताह में एक दिन स्कूलों के मिड डे मील में श्री अन्न से तैयार भोजन परोसा जाएगा.'
उन्होंने कहा कि 'हमारे देश में विश्व की कुल श्री अन्न के उत्पादन का 42 प्रतिशत उत्पादन किया जाता है और भारत तीसरा बड़ा निर्यातक देश है, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मांग के सापेक्ष उत्पादन के क्षेत्र में अत्यधिक संभावनायें हैं. श्री अन्न में पोषक तत्वों और औषधीय गुणों के निहित होने के कारण स्मार्ट फूड कहा जाता है. स्वस्थ जीवन शैली के लिए हमारी थाली में इसका समावेश अनिवार्य है. श्री अन्न का विकास और प्रचार-प्रसार विद्यालय से लेकर आम जनजीवन में करने की आवश्यकता है, जिससे किसानों में आय वृद्धि के साथ-साथ उद्यमियों को भी रोजगार के साधन मिल सकें. निर्यात के माध्यम से विदेशी मुद्रा का अर्जन कर विश्व स्तर पर देश अपनी पहचान बना सके.'
मुख्य सचिव ने लाभार्थी एफपीओ कमोलिका फार्मर्स प्रोड्यूसर्स कंपनी लाइट्स अलीगढ़, विकास पथ फार्मर्स प्रोड्यूसर्स-ललितपुर, संघर्ष बायो एनर्जी-सहारनपुर, बीकेडीएसए किसान प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड-हमीरपुर, शिवांश कृषक प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड-गाजीपुर रामपुर कृषक फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड-रामपुर, औरास प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड-उन्नाव, राम आसरे एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड-बाराबंकी, उज्ज्वल किसान प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड-बाराबंकी, कर्ड बायो एनर्जी प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड-गोंडा और देवबाबा बायो-एनर्जी प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड को श्री अन्न के बीज उत्पादन के लिए सीड मनी अनुदान के रूप में चार-चार लाख रुपए का अनुदान धनराशि का चेक दिया गया.
अपर मुख्य सचिव कृषि डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि 'सरकार ने अपने प्राचीन विरासत की फिर पहचान कराते हुए 21 जून 2014 को योग दिवस और आयुर्वेद की महत्ता, प्राकृतिक खेती का विकास और वर्तमान में श्री अन्न को महत्ता देते हुए इसके विकास पर ध्यान आकृष्ट कराया. प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा डॉ. शंमुगा सुंदरम एमके ने श्री अन्न की पौष्टिकता और औषधीय गुणों की महत्ता बताई. कहा कि विद्यालयों में दिए जाने वाले मिड डे मील में सप्ताह में एक दिन श्री अन्न से तैयार भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद आलोक कुमार ने किसानों को श्री अन्न के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर श्री अन्न जिनमें बाजरा, ज्वार, रागी, कोदो की खरीद के लिए 40 जनपदों में क्रय केन्द्र स्थापित कर लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं.'