लखनऊ: चार माह बाद एक बार फिर कोरोना के काले अध्याय को पीछे छोड़कर 14 फरवरी से तेजस एक्सप्रेस यात्रियों के लिए फिर से उपलब्ध हो गई. 700 से ज्यादा यात्रियों को लेकर तेजस एक्सप्रेस रविवार सुबह लखनऊ जंक्शन से नई दिल्ली के लिए रवाना हो गई. वैलेंटाइन डे मौके पर तेजस में यात्रियों को गुलाब देकर केक काटा गया और चॉकलेट भी बांटी गई.
दोगुने हुए यात्रियों के खुशी के पल
वैलेंटाइन्स डे का मौका हो और भला तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों को तोहफा न मिले ऐसा हो ही नहीं सकता. आईआरसीटीसी प्रबंधन ने इसकी सारी तैयारी पहले ही कर ली थी. सुबह लखनऊ जंक्शन पर जब यात्री तेजस एक्सप्रेस पकड़ने पहुंचे तो महिला ट्रेन होस्टेस ने गुलाब के फूलों की पंखुड़ियों के साथ ट्रेन के अंदर प्रवेश के लिए उनका स्वागत किया. इसके बाद यात्रियों को सीट पर ही गुलाब भेंट किया गया. चॉकलेट और केक के साथ ब्रेकफास्ट से सजी हुई थाली सौगात के रूप में दी गई. आईआरसीटीसी ने छोटी से छोटी बातों का भी बड़ा ख्याल रखा. उन्होंने बच्चे के जन्मदिन पर केक कटवाया तो वहीं प्रेम के प्रतीक इस त्योहार पर कपल्स को भी केक कटवाकर उनकी खुशी बढ़ाई. आईआरसीटीसी की इस व्यवस्था से यात्री काफी प्रसन्न हुए.
730 यात्रियों को लेकर रवाना हुई तेजस
आईआरसीटीसी के चीफ रीजनल मैनेजर अनिल गुप्ता ने बताया कि पहले दिन लखनऊ से नई दिल्ली के लिए रवाना हुई तेजस एक्सप्रेस में 730 यात्री सफर कर रहे हैं. इनमें 676 चेयर कार और 54 एक्जिक्यूटिव क्लास के यात्री शामिल हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि अब कोरोना का प्रभाव कम हो गया है तो यात्री सफर के लिए तेजस को जरूर पसन्द करेंगे. उन्होंने बताया कि स्टेशन पर पहुंचने वाले यात्रियों का तापमान चेक करने के बाद ही ट्रेन में प्रवेश दिया जा रहा है. संबंधित गाइडलाइंस का पालन भी कराया जा रहा है.
2019 में हुई थी शुरुआत
बता दें कि चार अक्तूबर 2019 से लखनऊ जंक्शन से नई दिल्ली के बीच पहली बार तेजस एक्सप्रेस शुरू की गई थी. हालांकि 19 मार्च 2020 को कोरोना के चलते इसे निरस्त कर दिया गया था, जिसके बाद पांच माह तक ट्रेन बंद रही. सितंबर में ट्रेन वापस पटरी पर लौटी तो यात्री नहीं मिले. 16 दिन संचालन करने के बाद इसे दोबारा निरस्त करना पड़ गया. अब 14 फरवरी से फिर ट्रेन का आगाज हुआ है. आईआरसीटीसी के अधिकारियों के मुताबिक डेढ़ साल में तेजस 183 दिन ही चल पाई है.