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लखनऊ: लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन इंडिया रीजन कॉन्फ्रेंस का किया शुभारंभ

यूपी विधानसभा में आयोजित हो रहे कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन इंडिया रीजन कॉन्फ्रेंस (सीएपीए) का लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला ने शुभारंभ किया.

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Published : Jan 16, 2020, 5:21 PM IST

लखनऊ: यूपी विधानसभा में आयोजित हो रहे कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन इंडिया रीजन कॉन्फ्रेंस (सीएपीए) में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला दीप जलाकर उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 'लखनऊ की विरासत है आप आइये और मुस्कुराए.'


संसदीय व्यवस्था पर बोलते ओम बिड़ला ने बताया कि संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए हमेशा यूपी ने नेतृत्व किया है. देश में सर्वाधिक प्रधानमंत्री यूपी की धरती से ही हुए हैं. पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी का देश की लोकतान्त्रिक व्यवस्था में बड़ा योगदान रहा है. ऐसे ही तमाम महापुरुष यूपी से हुए हैं. चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाना जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है.


लोकतंत्र में निर्वाचन पद्धति की अहम भूमिका है. विधायक का काम जनता की भावनाओं की अभिव्यक्ति के साथ नीति निर्धारण में अहम भूमिका है. हमारी कोशिश संसद और विधानमंडल किस तरह जनता के प्रति जवाबदेह बन सकते हैं. विधानमंडल सरकार पर नियंत्रण और निगरानी रखे. हमारी सदन में कोशिश होनी चाहिए कि संसदीय समितियों के माध्यम से भी बात कहें.

इसे भी पढ़ें- लखनऊ: महंगाई की मार से अछूते नहीं रहे ऑनलाइन बाजार, कम हो रही खरीददारी

लखनऊ: यूपी विधानसभा में आयोजित हो रहे कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन इंडिया रीजन कॉन्फ्रेंस (सीएपीए) में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला दीप जलाकर उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि 'लखनऊ की विरासत है आप आइये और मुस्कुराए.'


संसदीय व्यवस्था पर बोलते ओम बिड़ला ने बताया कि संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए हमेशा यूपी ने नेतृत्व किया है. देश में सर्वाधिक प्रधानमंत्री यूपी की धरती से ही हुए हैं. पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी का देश की लोकतान्त्रिक व्यवस्था में बड़ा योगदान रहा है. ऐसे ही तमाम महापुरुष यूपी से हुए हैं. चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाना जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है.


लोकतंत्र में निर्वाचन पद्धति की अहम भूमिका है. विधायक का काम जनता की भावनाओं की अभिव्यक्ति के साथ नीति निर्धारण में अहम भूमिका है. हमारी कोशिश संसद और विधानमंडल किस तरह जनता के प्रति जवाबदेह बन सकते हैं. विधानमंडल सरकार पर नियंत्रण और निगरानी रखे. हमारी सदन में कोशिश होनी चाहिए कि संसदीय समितियों के माध्यम से भी बात कहें.

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Intro:लखनऊ: सीपीए से जाने वाले पीठासीन अधिकारी अपने अपने विधानमंडल में और बेहतर करेंगे: ओम बिड़ला

लखनऊ। यूपी विधानसभा में आयोजित हो रहे कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन इंडिया रीजन कॉन्फ्रेंस (सीएपीए) में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि लखनऊ की विरासत है आप आइये और मुस्कुराइए।

Body:संसदीय व्यवस्था पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि संसदीय लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए हमेशा यूपी ने नेतृत्व किया है। देश में सर्वाधिक प्रधानमंत्री यूपी की धरती से हुए हैं।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी का देश की लोकतान्त्रिक व्यवस्था में बड़ा योगदान रहा है। ऐसे ही तमाम महापुरुष यूपी से हुए हैं। हर चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ना ये बताता की जनता का लोकतंत्र में भरोसा बढ़ा है। ऐसे में जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है।

लोकतंत्र में निर्वाचन पद्धति की अहम् भूमिका है। विधायक का काम जनता की भावनाओं की अभिव्यक्ति के साथ नीति निर्धारण में अहम् भूमिका है।हमारी कोशिश संसद और विधानमंडल किस तरह जनता के प्रति जवाबदेह बन सकते हैं।

विधानमंडल सरकार पर नियंत्रण और निगरानी रखे। हमारी सदन में कोशिश होनी चाहिए कि संसदीय समितियों के माध्यम से भी बात कहें।

बजटीय प्रावधान की समय समय पर सदन के माध्यम से समीक्षा होनी चाहिए। आज सारे देश की चिंता है कि सदन बिना व्यवधान के चले। सदन की यह बड़ी समस्या है। इसका हल निकालना चाहिए।

ये फैसला हुआ है कि हम ऐसे नियम बनाएं कि सदन बिना बाधित हुए चले। ये समूह 57 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाला। लोकसभा अध्यक्ष ने उम्मीद जतायी कि इस सम्म्मेलन से जाने वाले पीठासीन अधिकारी अपने अपने विधानमंडल में और बेहतर करेंगे।

दिलीप शुक्ला, 9450663213Conclusion:
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