लखनऊ : वृद्धावस्था पेंशन के लिए जून महीने के पहले सप्ताह में पेंशनधारियों को अपना भौतिक सत्यापन कराना होता है. इस बार कोरोना के चलते समाज कल्याण विभाग की वेबसाइट पर प्रदेश के 51 लाख बुजुर्गों के भौतिक सत्यापन का डाटा अपलोड नहीं हो सका है. इस वजह से जून महीने में मिलने वाली तिमाही पेंशन अटक गयी है. इससे बुजुर्गों को काफी धक्का लगा है. सरकार 60 साल से अधिक आयुवर्ग के बुजुर्ग को 500 रुपये महीने का पेंशन देती है. उत्तर प्रदेश सराकर हर तीन महीने पर एक साथ बुजुर्गों को 1500 रुपये पेंशन देती है.
उत्तर प्रदेश में 51 लाख से अधिक ऐसे बुजुर्ग हैं जो समाज कल्याण विभाग में पंजीकृत हैं. उन्हें हर महीने सरकार के द्वारा ₹500 की पेंशन दी जाती है. वहीं सरकार द्वारा यह व्यवस्था बनायी गयी है कि उन्हें एक साथ 3 महीने की पेंशन दी जाती है. इस बार जून महीने में बुजुर्गों को मिलने वाली पेंशन नहीं जा पायी है. क्योंकि समाज कल्याण विभाग की वेबसाइट पर जिलों से बुजुर्गों के भौतिक सत्यापन का डाटा अपलोड नहीं हुआ है. ऐसे में जून में उन्हें मिलने वाली पेंशन में देरी होने से बुजुर्ग परेशान हैं.
कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन की वजह से प्रदेश में वृद्धावस्था पेंशन पाने वाले बुजुर्गों का सत्यापन नहीं हो पाया था. जिसके कारण उन्हें पेंशन मिलने में देरी हो रही है. लेकिन प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत ₹1000 की राशि उन्हें दी जा चुकी है. बुजुर्गों को वृद्धावस्था पेंशन का इंतजार है.
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