लखनऊ: तेल के दामों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है. वहीं दाल के दामों में 10 से 20 रुपये की गिरावट नजर आ रही है. इससे मध्यम वर्ग के ग्राहकों को राहत तो है, लेकिन तेल रेट बढ़ने से ग्राहक परेशान हैं.
दाल के रेट में 10 से 20 रुपये आई गिरावट
दाल | साल 2020 (प्रति किलो) | साल 2021 (प्रति किलो) |
अरहर की दाल | 110-120 रुपये | 90-100 रुपये |
लाल मसूर दाल | 65 रुपये | 58 रुपये |
चने की दाल | 90 रुपये | 80 रुपये |
उड़द दाल | 120 रुपये | 110 रुपये |
तेल | साल 2020 (पांच किलो) | साल 2021 (पांच किलो) |
बावर्ची रिफाइंड | 1650 रुपये | 1800 रुपये |
बैल कोल्हू | 1800 रुपये | 1980 रुपये |
फॉर्च्यून तेल | 1780 रुपये | 1900 रुपये |
बावर्ची घी | 1400 रुपये | 1550 रुपये |
थोक दुकानदारों ने दी जानकारी
श्याम तेल भंडार के मालिक प्रदीप कुमार ने बताया कि पहले की अपेक्षा तेल के रेट में वृद्धि हुई है. इसका मुख्य कारण फसल की कमजोरी है. भगवती ट्रेडर्स कंपनी के मालिक अजय अग्रवाल ने बताया कि वे लोग तेल और घी का बिजनेस करते हैं, लेकिन इस बार पिछले वर्ष की अपेक्षा तेल के रेट दर में उछाल आया है. बस इसी वजह से तेल की ट्रांसपोर्टिंग में परेशानियां आ रही हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले 10 दिनों में तेल के रेट में गिरावट हो सकती है.
बंसल प्रोविजन स्टोर के दुकानदार मुकेश बंसल ने बताया कि ने दाल का कारोबार करते हैं, लेकिन पिछले वर्ष की अपेक्षा इस साल दाल के दामों में करीब 10 से 20 रुपये की गिरावट देखने को मिल रही है. इससे मध्यम वर्ग के ग्राहकों को राहत मिल रही है.