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लखनऊ वासियों को मिलेगी जाम से निजात, अधिकारियों ने तैयार किया प्लान - लखनऊ पुलिस

लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रूट पर कॉमर्शियल रन शुरू होने के बाद लखनऊ को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों ने एलएमआरसी के साथ मिलकर एक प्लान तैयार किया है.

लखनऊ वासियों को मिलेगी जाम से निजात
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Published : Feb 23, 2019, 2:16 AM IST

लखनऊ: मेट्रो के फेस वन नॉर्थ साउथ कॉरिडोर का 23 किलोमीटर रूट बनकर तैयार हो गया है. शुक्रवार को इस 23 किलोमीटर रूट पर कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी ने रेलवे सुरक्षा मानकों की जांच भी पूरी कर ली है. हालांकि, अभी कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी ने एलएमआरसी को अप्रूवल का सर्टिफिकेट नहीं दिया है. उम्मीद है जल्द ही लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रूट को अप्रूवल मिल जाएगा.

जहां एक ओर लखनऊ वासियों को लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रूट पर कॉमर्शियल रन का तोहफा मिलेगा. वहीं लखनऊ को काफी हद तक जाम से निजात भी मिल जाएगी. लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रूट पर कॉमर्शियल रन शुरू होने के बाद लखनऊ को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों ने एलएमआरसी के साथ मिलकर एक प्लान तैयार किया है. इस प्लान के तहत लखनऊ में बेहतर ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम स्थापित किया जाएगा.

कम जगह घेरने वाले डिवाइडर का होगा प्रयोग
इस प्लान के तहत सड़कों पर लगने वाले भारी भरकम डिवाइडर से निजात दिलाई जाएगी. वर्तमान में 2 तरह के डिवाइडर लगाए जाते हैं. एक डिवाइडर का पक्का निर्माण कराया जाता है. वहीं दूसरा प्लास्टिक व रबड़ के डिवाइडर लगाए जाते हैं जो मजबूत नहीं रहते हैं. ऐसे में इस खास प्लान के तहत खास तरह के डिवाइडर का निर्माण किया गया है, जिसमें काफी पतले डिवाइडर बनाए जाएंगे जो की ऊंचाई में भी काफी कम रहेंगे. इसके ऊपर एक लंबा बोर्ड लगाया जाएगा, जिसमें लाइटिंग की व्यवस्था होगी. रात के समय में डिवाइडर चमकदार दिखेंगे, जिससे एक्सीडेंट का खतरा कम रहेगा.

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लखनऊ वासियों को मिलेगी जाम से निजात


रूट पर प्रतिबंधित होंगे ई-रिक्शा
लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रोड पर कमर्शियल रन शुरू हो जाने के बाद 23 किलोमीटर रूट के नीचे की सड़क पर ई-रिक्शा को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा. इससे जहां एक ओर इस रूट पर जाम की समस्या से निजात मिलेगी वहीं मेट्रो को भी यात्री मिल सकेंगे.

आधुनिक सिग्नलिंग व्यवस्था का किया जाएगा प्रयोग
लखनऊ मेट्रो के इस रूट पर कॉमर्शियल रन शुरू हो जाने के बाद लखनऊ के ज्यादातर चौराहों पर आधुनिक सिग्नलिंग व्यवस्था लागू की जाएगी. इसके लिए उसी टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाएगा जिस टेक्नॉलॉजी का प्रयोग स्मार्ट सिटी योजना के तहत ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए बनाया जाता है. 23 किलोमीटर रूट के दायरे में आने वाले चौराहे पर सिग्नल इन को लगाने का काम एलएमआरसी द्वारा किया जाएगा.

एंक्रोचमेंट फ्री होंगी सड़कें
लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रूट पर कॉमर्शियल रन शुरू हो जाने के बाद लखनऊ यातायात पुलिस रूट के नीचे लगने वाली दुकानों और अवैध पार्किंग को हटाने के लिए अभियान चलाएगी. यह अभियान लगातार एक समय सीमा के बाद चलाया जाता रहेगा, जिससे हटाया गया एंक्रोचमेंट दोबारा फिर से न लगने पाए.

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रवि शंकर नेम, एसपी ट्रैफिक ने बताया कि लखनऊ को ट्रैफिक से निजात दिलाने में लखनऊ मेट्रो महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी. ऐसे में हमने मेट्रो का पूरा फायदा जनता को मिले इस बात को ध्यान में रखते हुए एक प्लान तैयार किया है, जिसके तहत पूरे लखनऊ को जाम की समस्या से मुक्त कराने का प्रयास किया जाएगा. प्लान के तहत आधुनिक सिग्नलिंग, खास तरह के डिवाइडर, एंक्रोचमेंट फ्री व्यवस्था लागू करने के लिए प्लान तैयार किया गया है.

लखनऊ: मेट्रो के फेस वन नॉर्थ साउथ कॉरिडोर का 23 किलोमीटर रूट बनकर तैयार हो गया है. शुक्रवार को इस 23 किलोमीटर रूट पर कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी ने रेलवे सुरक्षा मानकों की जांच भी पूरी कर ली है. हालांकि, अभी कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी ने एलएमआरसी को अप्रूवल का सर्टिफिकेट नहीं दिया है. उम्मीद है जल्द ही लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रूट को अप्रूवल मिल जाएगा.

जहां एक ओर लखनऊ वासियों को लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रूट पर कॉमर्शियल रन का तोहफा मिलेगा. वहीं लखनऊ को काफी हद तक जाम से निजात भी मिल जाएगी. लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रूट पर कॉमर्शियल रन शुरू होने के बाद लखनऊ को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों ने एलएमआरसी के साथ मिलकर एक प्लान तैयार किया है. इस प्लान के तहत लखनऊ में बेहतर ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम स्थापित किया जाएगा.

कम जगह घेरने वाले डिवाइडर का होगा प्रयोग
इस प्लान के तहत सड़कों पर लगने वाले भारी भरकम डिवाइडर से निजात दिलाई जाएगी. वर्तमान में 2 तरह के डिवाइडर लगाए जाते हैं. एक डिवाइडर का पक्का निर्माण कराया जाता है. वहीं दूसरा प्लास्टिक व रबड़ के डिवाइडर लगाए जाते हैं जो मजबूत नहीं रहते हैं. ऐसे में इस खास प्लान के तहत खास तरह के डिवाइडर का निर्माण किया गया है, जिसमें काफी पतले डिवाइडर बनाए जाएंगे जो की ऊंचाई में भी काफी कम रहेंगे. इसके ऊपर एक लंबा बोर्ड लगाया जाएगा, जिसमें लाइटिंग की व्यवस्था होगी. रात के समय में डिवाइडर चमकदार दिखेंगे, जिससे एक्सीडेंट का खतरा कम रहेगा.

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रूट पर प्रतिबंधित होंगे ई-रिक्शा
लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रोड पर कमर्शियल रन शुरू हो जाने के बाद 23 किलोमीटर रूट के नीचे की सड़क पर ई-रिक्शा को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा. इससे जहां एक ओर इस रूट पर जाम की समस्या से निजात मिलेगी वहीं मेट्रो को भी यात्री मिल सकेंगे.

आधुनिक सिग्नलिंग व्यवस्था का किया जाएगा प्रयोग
लखनऊ मेट्रो के इस रूट पर कॉमर्शियल रन शुरू हो जाने के बाद लखनऊ के ज्यादातर चौराहों पर आधुनिक सिग्नलिंग व्यवस्था लागू की जाएगी. इसके लिए उसी टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाएगा जिस टेक्नॉलॉजी का प्रयोग स्मार्ट सिटी योजना के तहत ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए बनाया जाता है. 23 किलोमीटर रूट के दायरे में आने वाले चौराहे पर सिग्नल इन को लगाने का काम एलएमआरसी द्वारा किया जाएगा.

एंक्रोचमेंट फ्री होंगी सड़कें
लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रूट पर कॉमर्शियल रन शुरू हो जाने के बाद लखनऊ यातायात पुलिस रूट के नीचे लगने वाली दुकानों और अवैध पार्किंग को हटाने के लिए अभियान चलाएगी. यह अभियान लगातार एक समय सीमा के बाद चलाया जाता रहेगा, जिससे हटाया गया एंक्रोचमेंट दोबारा फिर से न लगने पाए.

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रवि शंकर नेम, एसपी ट्रैफिक ने बताया कि लखनऊ को ट्रैफिक से निजात दिलाने में लखनऊ मेट्रो महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी. ऐसे में हमने मेट्रो का पूरा फायदा जनता को मिले इस बात को ध्यान में रखते हुए एक प्लान तैयार किया है, जिसके तहत पूरे लखनऊ को जाम की समस्या से मुक्त कराने का प्रयास किया जाएगा. प्लान के तहत आधुनिक सिग्नलिंग, खास तरह के डिवाइडर, एंक्रोचमेंट फ्री व्यवस्था लागू करने के लिए प्लान तैयार किया गया है.

Intro:एंकर

लखनऊ। लखनऊ मेट्रो के फेस वन नॉर्थ साउथ कॉरिडोर का 23 किलोमीटर रूट बनकर तैयार हो गया है। शुक्रवार को इस 23 किलोमीटर रूट पर कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी ने रेलवे सुरक्षा मानकों की जांच भी पूरी कर ली है। हालांकि, अभी कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी ने एलएमआरसी को अप्रूवल का सर्टिफिकेट नहीं दिया है उम्मीद है जल्द ही लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रूट को अप्रूवल मिल जाएगा और फुल रूट पर कॉमर्शियल रन शुरू किया जाएगा। जहां एक ओर लखनऊ वासियों को लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रूट पर कॉमर्शियल रन का तोहफा मिलेगा वहीं लखनऊ को काफी हद तक जाम से निजात भी मिल जाएगी। लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रूट पर कॉमर्शियल रन शुरू होने के बाद लखनऊ को ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों ने एलएमआरसी के साथ मिलकर एक प्लान तैयार किया है। इस प्लान के तहत लखनऊ में बेहतर ट्रेफिक मैनेजमेंट सिस्टम स्थापित किया जाएगा। अधिकारियों का माने तो यह प्लान लखनऊ को जाम की समस्या से निजात दिलाने में काफी कारगर साबित होगा।

कम जगह घेरने वाले डिवाइडर का होगा प्रयोग

लखनऊ जिला प्रशासन, पुलिस व एलएमआरसी ने मिलकर लखनऊ को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए प्लान तैयार किया है इस प्लान के तहत सड़कों पर लगने वाले भारी भरकम डिवाइडर से निजात दिलाई जाएगी। वर्तमान में 2 तरह के डिवाइडर लगाए जाते हैं एक डिवाइडर का पक्का निर्माण कराया जाता है वही दूसरा प्लास्टिक व रबड़ के डिवाइडर लगाए जाते हैं जो मजबूत नहीं रहते हैं। ऐसे में इस खास प्लान के तहत खास तरह के डिवाइडर का निर्माण किया गया है जिसमें काफी पतले डिवाइडर बनाए जाएंगे जो की ऊंचाई में भी काफिर कम रहेंगे इसके ऊपर एक लंबा बोलार्ड लगाया जाएगा जिस में लाइटिंग की व्यवस्था होगी इससे सड़कों पर ज्यादा जगह मिलेगी तो वही रात के समय में डिवाइडर चमकदार दिखेंगे जिससे एक्सीडेंट का खतरा भी नहीं।


रूट पर प्रतिबंधित होंगे ई रिक्शा

लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रोड पर कमर्शियल रन शुरू हो जाने के बाद 23 किलोमीटर रूट के नीचे की सड़क पर ई-रिक्शा को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। इससे जहां एक ओर इस रूट पर जाम की समस्या से निजात मिलेगी वहीं मेट्रो को भी यात्री मिल सकेंगे।


आधुनिक सिगनलिंग व्यवस्था का किया जाएगा प्रयोग

लखनऊ मेट्रो के इस रूट पर कॉमर्शियल रन शुरू हो जाने के बाद लखनऊ के ज्यादातर चौराहों पर आधुनिक सिगनलिंग व्यवस्था लागू की जाएगी। इसके लिए उसी टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाएगा जिस टेक्नॉलॉजी का प्रयोग स्मार्ट सिटी योजना के तहत ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए बनाया जाता है। 23 किलोमीटर रूट के दायरे में आने वाले चौराहे पर सिग्नल इन को लगाने का काम एलएमआरसी द्वारा किया जाएगा।

एंक्रोचमेंट फ्री होंगी सड़कें

लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रूट पर कॉमर्शियल रन शुरू हो जाने के बाद लखनऊ यातायात पुलिस रूठ के नीचे लगने वाली दुकानों और अवैध पार्किंग को हटाने के लिए अभियान चलाएगी। यह अभियान लगातार एक समय सीमा के बाद चलाया जाता रहेगा। जिससे हटाया गया एंक्रोचमेंट दोबारा फिर से ना लगने पाए।


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लखनऊ मेट्रो के 23 किलोमीटर रूट पर मेट्रो के कमर्शियल रन शुरू होने के साथ लखनऊ को ट्रैफिक से निजात दिलाने के लिए तैयार किए गए प्लान को लेकर जानकारी देते हुए रवि शंकर नेम एसपी ट्रैफिक ने बताया कि लखनऊ को ट्रैफिक से निजात दिलाने में लखनऊ मेट्रो महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी। ऐसे में हमने मेट्रो का पूरा फायदा जनता को मिले इस बात को ध्यान में रखते हुए एक प्लान तैयार किया है जिसके तहत पूरे लखनऊ को जाम की समस्या से मुक्त कराने का प्रयास किया जाएगा। प्लान के तहत आधुनिक सिगनलिंग, खास तरह के डिवाइडर, एंक्रोचमेंट फ्री व्यवस्था लागू करने के लिए प्लान तैयार किया गया है।


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