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स्मार्ट सिटी कार्यों के भुगतान न होने पर सस्पेंड होंगे अधिकारी, कमिश्नर ने दिया अल्टीमेटम

लखनऊ स्मार्ट सिटी के कराए गए कार्यों (Lucknow Smart City Works) के भुगतान के संबंध में मण्डलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने सोमवार को सख्त आदेश दिये. उन्होंने कहा कि लखनऊ स्मार्ट सिटी कार्यों का भुगतान (Payment of Lucknow Smart City Works) न होने पर अधिकारी सस्पेंड होंगे.

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smart city works Lucknow Smart City Works मण्डलायुक्त डॉ रोशन जैकब Divisional Commissioner Dr Roshan Jacob लखनऊ स्मार्ट सिटी
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Published : May 2, 2023, 6:53 AM IST

लखनऊ: मण्डलायुक्त डॉ. रोशन जैकब (Divisional Commissioner Dr. Roshan Jacob) की अध्यक्षता में लखनऊ स्मार्ट सिटी के कराए गए कार्यों (Payment of Lucknow Smart City Works) के भुगतान के संबंध में समीक्षा बैठक हुई. आयुक्त सभागार कार्यालय में संपन्न हुई बैठक में नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, अपर नगर आयुक्त पंकज कुमार सिंह सहित संबंधित अधिकारीगण, कांट्रेक्टर भी उपस्थित रहे. मंडलायुक्त ने स्मार्ट सिटी से चल रहे कार्यों के भुगतान संबंधित समस्त कार्यों की एक-एक करके संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली.

उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि अमीरुद्दौला के फेस वन का कार्य पूर्ण होने के उपरांत भुगतान अभी तक क्यों नहीं हुआ. इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि आज ही भुगतान हो जाना चाहिए. अगर ठेकेदार ने कार्य पूर्ण कर लिया है और उन कार्यों में किसी प्रकार की आपत्ति नहीं है, तो बिना किसी हीला हवाली के भुगतान ससमय कर दिया जाए. मंडलायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि भुगतान संबंधित पेंडिंग पत्रावली अगर आज हमारे समक्ष प्रस्तुत नहीं किया गया, तो संबंधित अधिकारी को सस्पेंड किया जाएगा.

वेंडरों का भुगतान अविलंब हो, अनावश्यक रूप से फाइलों को पेंडिंग न रखा जाए. बैठक के दौरान मंडलायुक्त ने कहा कि जो भी स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्य चल रहे हैं, उन कार्यों को संबंधित अधिकारी नियमित रूप से मानक के अनुसार गुणवत्ता की जांच करते रहें. इसमें किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये. साथ ही उन्होंने कांट्रेक्टर से वार्ता करके, उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना जाए और उन समस्याओं का समाधान तत्काल कराया जाए.


पिंक टॉयलेट के संचालन न होने पर एक्सईन और जेडएसओ होंगे जिम्मेदार: राजधानी में करोड़ों रुपये खर्च कर महिलाओं के पिंक टॉयलेट बनाए गए हैं, लेकिन इनकी दशा काफी खस्ताहाल है. करीब 80 प्रतिशत पिंक टॉयलेट्स पर कहीं बिजली नहीं है, तो पानी का कोई इंतजाम नहीं है. गंदगी और दुर्गंध की वजह से महिलाएं वहां जाने से भी हिचकिचाती हैं. इसकी शिकायत मिलने पर नगर आयुक्त ने सख्त नाराजगी जताई.

उन्होंने कहा है कि प्रशासनिक एवं जनहित में विभिन्न जोनों में बने पिंक टॉयलेट के संचालन एवं अनुरक्षण के लिए सम्बधित जोनल नगर अभियंता एवं जोनल सेनेटरी अधिकारी पूर्ण रूप से उत्तरदायी होंगे. बता दें कि निर्भया कांड के बाद महिलाओं की सुरक्षा के लिए सेफ सिटी परियोजना बनाई गई थी. इसमें महिलाओं के लिए शहर में करीब 74 पिंक टॉयलेट बनाए गए हैं. इनका संचालन भी महिलाओं के ही हाथ में दिया गया है. हालांकि कई टॉयलेट्स में ताला पड़ा हुआ है.

इस तरह की शिकायत आने पर नगर आयुक्त जिम्मेदार अधिकारियों का दायित्व तय किया है. नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह की ओर से जारी आदेश के अनुसार सम्बन्धित जोनल नगर अभियंता मरम्मत निर्माण और यथाआवश्यक व्यवस्थापन कार्य एवं जोनल सेनेटरी अधिकारी साफ-सफाई व महाप्रबंधक जलकल के माध्यम से सम्बन्धित नगर अभियंता जलकल सैफटिक टैंक का सफाई कार्य अपने-अपने जोनों में निर्मित पिक टायलेट का स्थलीय निरीक्षण करते हुए समस्त मूलभूत सुविधाएं समय उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करायेंगे.

ये भी पढ़ें- Vegetables Price Update: 8 से 12 रुपये प्रति किलो बिक रहा प्याज

लखनऊ: मण्डलायुक्त डॉ. रोशन जैकब (Divisional Commissioner Dr. Roshan Jacob) की अध्यक्षता में लखनऊ स्मार्ट सिटी के कराए गए कार्यों (Payment of Lucknow Smart City Works) के भुगतान के संबंध में समीक्षा बैठक हुई. आयुक्त सभागार कार्यालय में संपन्न हुई बैठक में नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह, अपर नगर आयुक्त पंकज कुमार सिंह सहित संबंधित अधिकारीगण, कांट्रेक्टर भी उपस्थित रहे. मंडलायुक्त ने स्मार्ट सिटी से चल रहे कार्यों के भुगतान संबंधित समस्त कार्यों की एक-एक करके संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली.

उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि अमीरुद्दौला के फेस वन का कार्य पूर्ण होने के उपरांत भुगतान अभी तक क्यों नहीं हुआ. इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि आज ही भुगतान हो जाना चाहिए. अगर ठेकेदार ने कार्य पूर्ण कर लिया है और उन कार्यों में किसी प्रकार की आपत्ति नहीं है, तो बिना किसी हीला हवाली के भुगतान ससमय कर दिया जाए. मंडलायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि भुगतान संबंधित पेंडिंग पत्रावली अगर आज हमारे समक्ष प्रस्तुत नहीं किया गया, तो संबंधित अधिकारी को सस्पेंड किया जाएगा.

वेंडरों का भुगतान अविलंब हो, अनावश्यक रूप से फाइलों को पेंडिंग न रखा जाए. बैठक के दौरान मंडलायुक्त ने कहा कि जो भी स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्य चल रहे हैं, उन कार्यों को संबंधित अधिकारी नियमित रूप से मानक के अनुसार गुणवत्ता की जांच करते रहें. इसमें किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये. साथ ही उन्होंने कांट्रेक्टर से वार्ता करके, उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना जाए और उन समस्याओं का समाधान तत्काल कराया जाए.


पिंक टॉयलेट के संचालन न होने पर एक्सईन और जेडएसओ होंगे जिम्मेदार: राजधानी में करोड़ों रुपये खर्च कर महिलाओं के पिंक टॉयलेट बनाए गए हैं, लेकिन इनकी दशा काफी खस्ताहाल है. करीब 80 प्रतिशत पिंक टॉयलेट्स पर कहीं बिजली नहीं है, तो पानी का कोई इंतजाम नहीं है. गंदगी और दुर्गंध की वजह से महिलाएं वहां जाने से भी हिचकिचाती हैं. इसकी शिकायत मिलने पर नगर आयुक्त ने सख्त नाराजगी जताई.

उन्होंने कहा है कि प्रशासनिक एवं जनहित में विभिन्न जोनों में बने पिंक टॉयलेट के संचालन एवं अनुरक्षण के लिए सम्बधित जोनल नगर अभियंता एवं जोनल सेनेटरी अधिकारी पूर्ण रूप से उत्तरदायी होंगे. बता दें कि निर्भया कांड के बाद महिलाओं की सुरक्षा के लिए सेफ सिटी परियोजना बनाई गई थी. इसमें महिलाओं के लिए शहर में करीब 74 पिंक टॉयलेट बनाए गए हैं. इनका संचालन भी महिलाओं के ही हाथ में दिया गया है. हालांकि कई टॉयलेट्स में ताला पड़ा हुआ है.

इस तरह की शिकायत आने पर नगर आयुक्त जिम्मेदार अधिकारियों का दायित्व तय किया है. नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह की ओर से जारी आदेश के अनुसार सम्बन्धित जोनल नगर अभियंता मरम्मत निर्माण और यथाआवश्यक व्यवस्थापन कार्य एवं जोनल सेनेटरी अधिकारी साफ-सफाई व महाप्रबंधक जलकल के माध्यम से सम्बन्धित नगर अभियंता जलकल सैफटिक टैंक का सफाई कार्य अपने-अपने जोनों में निर्मित पिक टायलेट का स्थलीय निरीक्षण करते हुए समस्त मूलभूत सुविधाएं समय उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करायेंगे.

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