लखनऊः रोडवेज के डीजल चोर ड्राइवर को आखिरकार अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ गया. रोडवेज के चारबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अमरनाथ सहाय ने डीजल चोरी की शिकायत प्राप्त होने पर मामले की जांच कराई. जांच में सामने आया कि ड्राइवर ने 377 किलोमीटर तक का डीजल चोरी कर बेच दिया. ड्राइवर मणिशंकर पांडेय ने विभाग को दिए स्पष्टीकरण में इस बात को कबूल भी किया है. इसके बाद उसकी सिक्योरिटी जब्त कर संविदा समाप्त कर दी गई.
चारबाग डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अमरनाथ सहाय ने बताया कि चारबाग डिपो के संविदा परिचालक मणिशंकर पांडेय को लॉकडाउन के दौरान एयरपोर्ट से संचालन के लिए बस सौंपी गई. बस को रायबरेली, प्रतापगढ़, जौनपुर, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर के रास्ते बलिया मार्ग पर संचालन के लिए भेजा गया था. संचालन से वापस आने के बाद चालक ने बस का संचालन लखनऊ से आजमगढ़ 658 किलोमीटर तक ही बताया, लेकिन बस में डीजल भरते समय बलिया तक का 1035 किलोमीटर अंकन कर उसी किलोमीटर पर डीजल भरवा लिया.
बस वास्तविक रूप से केवल 658 किलोमीटर ही संचालित हुई थी. इस तरह ड्राइवर ने 377 किलोमीटर अतिरिक्त संचालन दिखा कर डीजल का दुरुपयोग किया और विभाग के साथ धोखाधड़ी कर आर्थिक क्षति पहुंचाई. एआरएम अमरनाथ सहाय ने बताया कि आरोपी ड्राइवर को अपना जवाब दाखिल करने के लिए समय भी दिया गया. जिसके बाद अपने स्पष्टीकरण में उसने यह कबूल किया कि 377 किलोमीटर का अतिरिक्त डीजल बस में भरवाया था. बस आजमगढ़ तक ही गई थी. बलिया नहीं गई. ऐसे में ड्राइवर मणिशंकर पांडेय को डीजल चोरी का जिम्मेदार माना गया और उनकी प्रतिभूति राशि जब्त करके संविदा समाप्त कर दी गई.