लखनऊ: एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर पूर्व डीजीपी ओपी सिंह पर सवाल खड़े किए हैं. अपने पत्र में नूतन ठाकुर ने गौतम बुद्ध नगर के पूर्व एसएसपी वैभव कृष्ण द्वारा अजय पाल शर्मा सहित चार आईपीएस अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप के मामले में वैभव कृष्ण द्वारा उपलब्ध कराई गई पेन ड्राइव एसआईटी को समय पर उपलब्ध न कराने व पेन ड्राइव की कॉपी उपलब्ध कराने को लेकर पूर्व डीजीपी ओपी सिंह पर सवाल खड़े किए हैं. अपने पत्र में नूतन ठाकुर ने पेन ड्राइव के साथ छेड़छाड़ को लेकर सरकार से उत्तरदायित्व निर्धारित करने की मांग की है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे गए अपने पत्र में नूतन ठाकुर ने कहा कि जिस समय वैभव कृष्ण का मामला सामने आया था, उस समय भी ओपी सिंह पर अपने चहेते अफसरों अजय पाल शर्मा, हिमांशु कुमार और अन्य को बचाने की चर्चा थी, जिसके संबंध में उन्होंने लोकायुक्त के सामने शिकायत भी की है. उन्होंने कहा कि एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में ओपी सिंह पर न सिर्फ जांच में सहयोग न करने बल्कि तीन बार पत्र लिखने के बाद वैभव कृष्ण द्वारा भेजी गई पेन ड्राइव उपलब्ध कराने की बात कही है.
नूतन ठाकुर ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि एसआईटी ने ओपी सिंह द्वारा भेजी गई पेन ड्राइव से छेड़छाड़ की आशंका जताई थी. नूतन ठाकुर ने कहा कि इतने महत्वपूर्ण साक्ष्य के साथ स्वयं डीजीपी द्वारा छेड़छाड़ करने का आरोप अत्यंत गंभीर है. उन्होंने कहा कि वे इस मामले को लोकायुक्त के सामने प्रचलित परिवाद में उठाएंगी. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से पेन ड्राइव के साथ छेड़छाड़ के मामले में उत्तरदायित्व तय किए जाने की मांग की है.
जानें क्या है मामला
गौतम बुद्ध नगर के पूर्व एसएसपी वैभव कृष्ण ने आईपीएस अजय पाल शर्मा सहित चार आईपीएस अधिकारियों के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए शासन को एक रिपोर्ट भेजी थी, जिसमें उन्होंने आईपीएस अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए सबूत भी उपलब्ध कराए थे. आरोपों की जांच एसआईटी द्वारा कराई गई थी. एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराई है. वैभव कृष्ण द्वारा की गई शिकायत के बाद वैभव कृष्ण का एक आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसके बाद शासन ने वैभव कृष्ण को निलंबित कर दिया था.