लखनऊः विद्यालय नर्सरी योजना के तहत उत्तर प्रदेश में प्रथम वर्ष 45 पौधशाला स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. कक्षा-6 से आठ तक के विद्यार्थियों के सहयोग से नर्सरी का विकास कराया जाएगा. इतना ही नहीं विद्यालयों को नर्सरी के लिए 50 हजार रुपये का बजट भी दिया जाएगा. यह जानकारी मुख्य वन संरक्षक (प्रचार-प्रसार) मुकेश कुमार ने दी.
वन संरक्षक (प्रचार-प्रसार) मुकेश कुमार ने बताया कि जनपदों में भूमि की उपलब्धता के अनुसार विद्यालयों का चयन किया जाएगा. नर्सरी में पानी की व्यवस्था, पालीबैग समेत स्टेशनरी आदि की व्यवस्था की जाएगी. इसके साथ ही नर्सरी में तैयार किए जाने वाले पौधों का रोपण स्कूलों की खाली भूमि, सार्वजनिक, प्राइवेट भूमि, बगीचा और अन्य स्थानों में विद्यार्थियों के सहयोग से कराया जाएगा.
52 जनपदों के विद्यालयों की भेजी लिस्ट
उन्होंने बताया कि यह योजना वर्ष 2020-21 से साल 2024-25 तक चलती रहेगी. इस योजना में राज्य सरकार के अधीन एवं केन्द्रीय विद्यालयों के कक्षा-6 से आठ तक के विद्यार्थियों का सहयोग लिया जाएगा. इसके लिए विद्यालय के शिक्षक इंचार्ज बनाए जाएंगे. स्कूलों को नर्सरी के लिए 50 हजार रुपये का बजट भी दिया जाएगा, जिसमें से 40 हजार रुपये नर्सरी स्थापना और 10 हजार रुपये फील्ड स्टडी, फोटोग्राफी, अवार्ड सहित रिपोर्ट तैयार करने में कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि विद्यालय नर्सरी की स्थापना को वर्ष 2020-21 के लिए 52 जनपदों के विद्यालयों की सूची केंद्र सरकार को भेजी गई है.
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बेनीगंज अयोध्या में 10वीं, 12वीं और आईटीआई पास आउट परीक्षार्थियों के लिए प्लेसमेंट कैंपस चयन का आयोजन किया जा रहा है. छात्रों को सुबह दस बजे अपने डॉक्यूमेंट के साथ पहुंचना होगा. कोविड-19 की गाइडलाइन के मुताबिक, संस्थान में बिना मास्क प्रवेश वर्जित है. यह जानकारी व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास के विशेष सचिव हरिकेश चैरसिया ने दी. उन्होंने बताया कि प्लेसमेंट कैंपस चयन राजस्थान की श्रीराम पिस्टन एंड रिंग लिमिटेड की ओर से किया जा रहा है.
यह कंपनियां होंगी शामिल
नोएडा स्थित सुप्रजित इंजीनियरिंग लिमिटेड,महाराष्ट्र की यश श्री प्रेस कॉम्पोनेन्ट प्राइवेट लिमिटेड, एलएंडटीसी एसटीआई बेंग्लुरू, ओएमआर बगला आॅटोमेटिक सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड महाराष्ट्र शामिल है.