लखनऊ: राजधानी के वीरांगना झलकारी बाई अस्पताल, अवंतीबाई अस्पताल, रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल और क्वीन मैरी अस्पतालों में दिन-प्रतिदिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. जी हां आलम यह है कि इस समय इन चारों अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या ज्यादा है, जिसके चलते मरीजों को भी दिक्कतें हो रही हैं. मरीजों का आरोप है कि अस्पताल में कोविड प्रोटोकॉल का पालन भी नहीं हो रहा है. जबकि अस्पतालों के सीएमएस का कहना है कि अस्पताल में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हैं और कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है.
क्वीन मैरी अस्पताल की प्रवक्ता डॉ रेखा ने बताया कि इस समय गर्भवती महिलाओं में डिहाइड्रेशन की दिक्कतें ज्यादा सामने आ रही हैं, जिसके चलते ओपीडी में 200 से 300 गर्भवती महिलाएं इलाज के लिए आ रही हैं. रोजाना 30 से 35 डिलीवरी नॉर्मल हो रही है. कोरोना के बढ़ते मामलों पर उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ अस्पताल प्रशासन पूरी तरह से तैयार है. इसके लिए अस्पताल में साफ सफाई का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. यहां तक कि आने जाने वालों का स्क्रीनिंग भी की जा रही है.
यह भी पढ़ें- जनप्रतिनिधियों की शिकायतों पर ध्यान दें अफसर: सीएम योगी
अवंती बाई महिला अस्पताल की सीएमएस सीमा ने बताया कि अस्पताल की ओपीडी में भारी संख्या में गर्भवती महिला इलाज के लिए आ रही हैं. ज्यादातर गर्भवती महिलाओं में डिहाइड्रेशन की समस्या ज्यादा है. रोजाना ओपीडी में 150 से 300 गर्भवती महिलाओं का ऑपरेशन किया जा रहा है. साथ ही कोरोना के मद्देनजर कोविड प्रोटोकॉल का पालन भी किया जा रहा है.
वहीं, मरीजों के तीमारदारों का आरोप है कि अस्पताल में मरीज अधिक होने के चलते गर्भवती महिलाओं पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जा रहा है. एक बार नर्स आकर देखती हैं. उसके बाद पूरा दिन बीत जाता है कोई भी वार्ड में मरीज का हाल पूछने नहीं आता है. हरदोई से अस्पताल में इलाज कराने आई वैशाली ने बताया कि अस्पताल में तमाम अव्यवस्थाएं हैं. मरीज और तीमारदार इसलिए कुछ नहीं बोलते हैं क्योंकि उनका मरीज अस्पताल में भर्ती होता है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप