लखनऊ : संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (पीजीआई) में उत्तर प्रदेश समेत बिहार, पंजाब समेत कई राज्यों से मरीज इमरजेंसी में भर्ती होने के साथ इलाज कराने के लिए आते हैं, लेकिन बेड की कमी होने की वजह से मरीजों को वापस जाना पड़ता है. अस्पताल में अगले माह (अगस्त) से इमरजेंसी में 90 बेडों का संचालन शुरू होने जा रहा है. अभी यहां पर 60 बेडों पर मरीज की भर्ती होती है. नर्सिंग की भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद संस्थान प्रशासन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. वहीं नए 30 बेड अलग वार्ड में लगाए जाएंगे.
राजधानी के पीजीआई की इमरजेंसी में अभी तक 60 बेडों पर मरीज भर्ती होते थे. पीजीआई संस्थान की इमरजेंसी मेडिसिन में बेडों की संख्या 210 होनी है, लेकिन अभी फिलहाल अगस्त महीने से 30 बेड बढ़ाए जा रहे हैं. इसके लिए अलग से एक वार्ड तैयार किया जा रहा है. कई महीनों से संस्थान में नर्सिंग की भर्ती की प्रक्रिया रुकी हुई थी, जिसकी वजह से इमरजेंसी मेडिसिन में जो बेड बढ़ाने की प्रक्रिया थी वह भी रुकी हुई थी. नर्स भर्ती की प्रक्रिया अब पूरी हो गई है. लगातार काम चल रहा है, जल्द से जल्द पीजीआई संस्थान की इमरजेंसी में 210 बेडों का संचालन भी पूरा होगा.
पीजीआई संस्थान के निदेशक डॉ आरके धीमान ने बताया कि 'इमरजेंसी मेडिसिन में बेड की कुल क्षमता 210 तक पहुंचाने की योजना है. यह काम कई चरणों में होना है. पहले चरण में 30 बेड बढ़ाए जा रहे हैं. इसके बाद और बेड बढ़ाएं जाएंगे.'
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