नई दिल्ली: भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को जागरूक करने के लिए उत्तर पूर्वी जिले के यमुना विहार इलाके में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया. नाटक में बताया गया कि जल्द से जल्द अपने वोटर कार्ड वेरिफिकेशन करा लें. जिला प्रशासन के आंकड़े बताते हैं कि साढ़े ग्यारह लाख आबादी वाले इस जिले में अभी भी आठ लाख से ज्यादा वोटर वेरिफिकेशन से बचे हुए हैं. इसके लिए जिला प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है, ताकि जल्द से जल्द इसे पूरा किया जा सके.
चलाया जा रहा है वोटर वेरिफिकशन प्रोग्राम
जानकारी के मुताबिक भारत निर्वाचन आयोग द्वारा देशभर में 15 सितंबर से 15 अक्टूबर के बीच वोटर वेरिफिकेशन प्रोग्राम चलाया जा रहा है, ताकि सभी वोटरों का सत्यापन का कार्य जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाए. इसी वेरिफिकेशन प्रोग्राम के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए नूर इलाही, यमुना विहार इलाके में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया.
चुनाव आयोग ने लिया नुक्कड़ नाटक का सहारा
वैसे तो इलेक्शन कमीशन की तरफ से यह अभियान पिछले एक महीने से चल रहा है और लोग भारी संख्या में अपने वोटर कार्ड को वेरिफाई भी करा रहे हैं, उसके बावजूद भी काफी लोगों के कार्ड वेरिफाई नहीं हुए हैं, जिसे देखते हुए उत्तर पूर्वी जिला प्रशासन की तरफ से लोगों को वोटर वेरिफिकेशन के लिए जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटकों का भी सहारा लिया जा रहा है. नाटक मंडली जगह-जगह पहुंचकर नुक्कड़ नाटक के जरिए लोगों को बता रहे हैं कि कैसे हम अपने वोटर कार्ड को न केवल वेरिफाई करा ले, बल्कि हम अपने घर के उन सदस्यों के नाम भी वोटर लिस्ट से हटा और जुड़वा सकते हैं. नाटक के माध्यम से बताया गया कि नए कार्ड बनने एवं पुराने कार्ड में किसी भी तरह के अपडेट को हम आसानी से करा सकते हैं और एक ऐप को डाउनलोड करके खुद भी इस काम को कर सकते हैं.
लाखों मतदाताओं का वेरिफिकेशन है बाकी
पिछले सप्ताह जिला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो पता लगता है कि उत्तर पूर्वी जिले में कुल 11 लाख 51 हजार 293 वोटर हैं, जिला प्रशासन को 3,45164 आवेदन प्राप्त हुए हैं, दो लाख 84 हजार 804 मतदाताओं ने मोबाइल ऐप के जरिए वेरिफिकेशन कराया है, जबकि वोटर फेसिलेशन सेंटर में 47 हजार 555 मतदाता पहुंचे और 8 लाख 6 हजार 129 मतदाता वेरिफिकेशन कराने से बचे हुए हैं.
दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया के निर्देश पर वोटर कार्ड अपडेट करने का काम चल रहा है. इतना ही नहीं उत्तर पूर्वी जिला प्रशासन की तरफ से भी इस काम को आशा वर्कर, सिविल डिफेंस और अन्य कर्मचारियों की मदद से कराया जा रहा है.