लखनऊ : सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ने लखनऊ में तैनात उत्तर रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ़्तार किया है. आरोप है कि डिप्टी चीफ इंजीनियर (कंस्ट्रक्शन) अरूण कुमार मित्तल बिल पास करने के एवज में कार्यदायी फर्म से 50 हजार रुपए रिश्वत मांग रहे थे.
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि सिध्यकाव्या इंटरप्राइजेज के मालिक सुनील श्रीवास्तव ने शिकायत की थी कि उनकी कंपनी चारबाग रेलवे स्टेशन में निर्माण कार्य कर रही थी. उसके बिल पास करवाने के लिये वह उत्तर रेलवे मे तैनात डिप्टी चीफ इंजीनियर (कंस्ट्रक्शन) अरूण कुमार मित्तल के चक्कर लगा रहे थे, लेकिन महीनों से बिल लटकाए हुए थे. आखिर में मित्तल ने बिल पास करने के एवज में पीड़ित ठेकेदार से 50 हजार की रिश्वत देने की बात कही.
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि पीड़ित सुनील श्रीवास्तव की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी डिप्टी चीफ इंजीनियर (कंस्ट्रक्शन) अरूण कुमार मित्तल को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया. पीड़ित सुनील श्रीवास्तव के पास मौजूद 50 हजार रुपए की नोटों में कैमिकल लगा दिया गया. जैसे ही पीड़ित ने डिप्टी चीफ इंजीनियर (कंस्ट्रक्शन) अरूण कुमार मित्तल को रिश्वत दी, वहां मौजूद सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच की टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया.
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