लखनऊ: लोहिया संस्थान में गंभीर मरीजों को राहत मिलेगी. यहां भर्ती होने के लिए अब भटकना नहीं होगा. इसके लिए इमरजेंसी की क्षमता तीन गुना की जा रही है. निर्माण कार्य शुरू हो गया है. लोहिया संस्थान में कुल 40 विभाग हैं. यहां का मुख्य ब्लॉक 350 बेड का है. हॉस्पिटल ब्लॉक 400 बेड का है.
साथ ही शहीद पथ कैंपस में 200 बेड हैं. अस्पताल में कुल 48 बेड इमरजेंसी के हैं. यहां हर रोज 300 से 400 गंभीर रोगी इलाज के लिए आते हैं, लेकिन बेड का संकट इलाज में बाधा बन रहा है. लिहाजा निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने इमरजेंसी के विस्तार का फैसला किया है. यहां अब 150 बेड की इमरजेंसी होगी. इसके लिए इमरजेंसी के बगल का हॉल मिलाया जा रहा है.
संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह के मुताबिक, इमरजेंसी के 15 से 20 फीसद को वेंटिलेटर सपोर्ट की आवश्यकता होती है. ऐसे में हॉस्पिटल ब्लॉक में 50 बेड का आईसीयू भी बनेगा. इसमें गंभीर रोगियों को इलाज से राहत मिलेगी. इन बेडों पर एफएनएसी व वेंटिलेटर भी लगाए जाएंगे.
संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह के मुताबिक, अभी कुल 165 बेड वेंटिलेटर सपोर्टेड हैं. यह कोविड अस्पताल मिलाकर हैं. वहीं अस्पताल में सेंट्रल आईसीयू 14 बेड का ही है. ऐसे में इमरजेंसी में आए गंभीर मरीजों को भटकना पड़ता है. लिहाजा, 50 बेड का आईसीयू और बनाने का फैसला किया गया है.
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हॉस्पिटल ब्लॉक में 3 फार्मेसी काउंटर बन गए हैं. हॉस्पिटल रिवॉल्विंग फंड के तहत इन्हें संचालित किया जाएगा. इन पर करीब 3,000 किस्म की दवा, सर्जिकल आइटम बाजार दर से 60 फीसद तक सस्ता उपलब्ध होगा. इससे मरीजों को काफी राहत मिलेगी.