लखनऊ : यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं सिर पर है. लेकिन सरकारी और सहायता प्राप्त विद्यालयों में काम करने वाले गुरुजी इनमें ड्यूटी करने के लिए तैयार नहीं है. आलम यह है कि तबीयत खराब होने का बहाना करके गुरुजी घर में आराम फरमाने की कवायद में लगे हुए हैं.
दरअसल शिक्षा विभाग में बीते दिनों सामने आई छुट्टी के प्रार्थना पत्रों से इसका खुलासा हुआ है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए माध्यमिक शिक्षा परिषद ने मंगलवार को एक विशेष आदेश जारी किया है. सचिव दिव्य कांत शुक्ला की ओर से जारी इस आदेश में सभी जिला विद्यालय निरीक्षक को हिदायत दी गई है कि बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने से पहले किसी भी प्रधानाचार्य या अध्यापक को चिकित्सीय अवकाश बिना जांच के न दें.
अगर किसी प्रधानाध्यापक या शिक्षक की ओर से अवकाश के लिए आवेदन किया जाता है तो जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से उसके अस्वस्थ होने की पुष्टि करा लें. संबंधित प्रधानाध्यापक या शिक्षक की ओर से प्रस्तुत चिकित्सा आवेदन पत्र को प्रति हस्ताक्षरित जरूर कराएं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से प्रमाण पत्र जारी किए जाने के बाद ही अवकाश दें. बता दें, यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 24 अप्रैल को शुरू होकर और 12 मई को समाप्त होंगी.