लखनऊ: लखनऊ विकास प्राधिकरण से राष्ट्र प्रेरणा स्थल का काम हटाकर लोक निर्माण विभाग को दिया गया है. शासन की मंशा के अनुसार लखनऊ विकास प्राधिकरण ने पिछले साल यह प्रस्ताव तैयार किया था. शासन की महत्वकांक्षी योजना के अनुसार राजधानी लखनऊ के बसंत कुंज योजना में 110 करोड़ रुपये की लागत से राष्ट्र प्रेरणा स्थल का निर्माण प्रस्तावित है.
राष्ट्र प्रेरणा स्थल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी को समर्पित करते हुए बनाया जाएगा. लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा पूर्व में किए गए कामकाज और बदनाम छवि को देखते हुए इसका निर्माण कार्य अब लोक निर्माण विभाग से कराने का आदेश शासन स्तर से दिया गया है. लोक निर्माण विभाग की तरफ से राष्ट्र प्रेरणा स्थल के निर्माण कार्य को लेकर प्रयास तेज किए जा रहे हैं.
शासन की तरफ से अभी तक करीब 50 करोड़ रुपये के काम लोक निर्माण विभाग को कराए जाने को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए हैं. शासन के आदेश के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से इस पूरे प्रोजेक्ट को लोक निर्माण विभाग को हैंडओवर किया जाएगा. लखनऊ विकास प्राधिकरण मौजूद गोमती नदी और बंधा के बीच की जमीन पर फॉरेस्ट सिटी डेवलप करने का काम करेगा. इसके अलावा अन्य पूरा प्रोजेक्ट निर्माण का कार्य लोक निर्माण विभाग की तरफ से कराया जाएगा. शासन के अधिकारियों का कहना है कि शासन की नीति के अनुसार 50 करोड़ रुपये से अधिक के निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग को करना है.
राष्ट्र प्रेरणा स्थल को बनाने का बजट जारी किये बजट से अधिक हो रहा है. केवल सिविल वर्क और लैंडस्कैपिंग का बजट करीब 82 करोड़ रुपये है. वहां मूर्तियां लगाने के लिए संस्कृति विभाग को अलग से बजट दिया जाएगा. मूर्तियां लगाने का भी खर्च 25 करोड़ रुपये आएगा. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी व पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्तियों लगाई जानी है. इसके लिए बजट संस्कृति विभाग की तरफ से लोक निर्माण विभाग को दिया जाएगा.