लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सूचना विभाग की तरफ से एक अनूठी पहल शुरू की गई है. इस पहल से न सिर्फ संस्कृत भाषा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि देवभाषा संस्कृत को और अधिक समृद्ध बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है. इससे संस्कृत के प्रचार-प्रसार को भी ठीक ढंग से किया जा सकेगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अब संस्कृत भाषा में सूचना विभाग की तरफ से महत्वपूर्ण प्रेस नोट जारी किए जाएंगे. अभी तक मुख्यमंत्री की बैठक, सरकार के कामकाज और महत्वपूर्ण फैसले सहित अन्य प्रेस नोट हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी भाषा में जारी होते रहे हैं, लेकिन संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर संस्कृत भाषा में प्रेस नोट जारी करने का काम शनिवार को शुरू कर दिया गया.
कोरोना नियंत्रण करने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शनिवार को हुई बैठक का प्रेस नोट संस्कृत भाषा में जारी किया गया. उत्तर प्रदेश सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संस्कृत भाषा में प्रेस नोट तैयार करने को लेकर संस्कृत के दो जानकार अधिकारियों को इस काम में लगाया गया है. अब नियमित रूप से मुख्यमंत्री की बैठक सरकार के बड़े फैसले और महत्वपूर्ण प्रेस नोट संस्कृत भाषा में भी जारी किए जाते रहेंगे.
मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से भी ट्वीट करके यह जानकारी दी गई है कि संस्कृत भाषा में प्रेस नोट जारी करने का काम शुरू कर दिया गया है.