लखनऊ : उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी प्रदेश में अपनी ज़मीन तलाश रही है. इसी के मद्देनजर आम आदमी पार्टी के राष्ट्र्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल न सिर्फ अयोध्या में राम जन्मभूमि दर्शन के लिए पहुंचे, बल्कि दिल्ली आकर इस संबंध में एक अहम फैसला लिया है. ऐलान किया गया है कि दिल्ली की महत्वाकांक्षी 'मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना' में अब अयोध्या में रामलला के दर्शन भी शामिल होंगे.
बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली कैबिनेट ने निर्णय लेते हुए मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना में अयोध्या को शामिल कर लिया गया है. इस योजना में अब तक जगन्नाथ पुरी, मथुरा, रामेश्वरम, द्वारका जैसी जगह शामिल थी, लेकिन अब अयोध्या जाने वालों के लिए भी ये योजना लागू होगी.
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उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत पूरी तीर्थयात्रा का खर्च सरकार उठाती है. खाने-पीने का, लोकल ट्रेवल का आदि का पूरा खर्चा और ऐसे तमाम छोटे बड़े खर्चे. उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली में इस योजना के तहत 35 हजार लोगों को तीर्थ यात्रा कराई जा चुकी है. कोरोना की वजह से योजना बंद थी, लेकिन अब इसे 1 महीने के अंदर फिर से लागू किया जाएगा.
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इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अयोध्या दौरे पर उत्तर प्रदेश कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमला बोला था. उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली में फेल बताया था. साथ ही यह भी कहा था कि जब दिल्ली में कोरोना हावी हुआ था तो दिल्ली से उत्तर प्रदेश के लोगों को सबसे पहले भगाया गया था. योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री के राम दर्शन को भी चुनावी एजेंडा बताते हुए कहा था कि चुनाव के समय में ही उन्हें राम याद आए हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर पलटवार करते हुए आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने उनके योगी होने पर ही सवाल उठा दिया था. सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि राम दुनिया भर में बैठे हिंदुओं के हैं और अगर राम जन्मभूमि अयोध्या उत्तर प्रदेश में है तो इसका मतलब यह नहीं कि वहां जाने के लिए योगी आदित्यनाथ की इजाजत लेनी होगी.