लखनऊ: पॉलिटेक्निक कॉलेजों में दाखिले के लिए अब 15 जुलाई तक आवेदन किया जा सकेगा. संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद ने सोमवार को आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाने का फैसला लिया. कोरोना संक्रमण के बाद हाईस्कूल, इंटरमीडिएट की परीक्षाओं को टालने और नतीजों में हो रही देरी को देखते हुए प्रवेश परीक्षा अगस्त के अंतिम सप्ताह में कराने की तैयारी है.
राजधानी समेत प्रदेश भर में पॉलीटेक्निक संस्थानों की संख्या करीब 1350 है. इनकी करीब 1.32 लाख सीटों पर दाखिले के लिए सोमवार तक करीब 2.60 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन जमा किए. पिछले वर्षों के दौरान आए आवेदनों के मुकाबले संख्या बेहद कम है. खराब स्थिति को देखते हुए आवेदन की अंतिम तिथि को 15 जून से बढ़ाकर 15 जुलाई करने का फैसला लिया गया है. अभ्यर्थी संयुक्त प्रवेश परीक्षा के माध्यम से राजकीय, अनुदानित और निजी क्षेत्र की पॉलिटेक्निक संस्थाओं में प्रवेश ले सकेंगे.
ऑनलाइन होगी परीक्षा
संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद ने इस बार सभी पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए ऑनलाइन परीक्षा कराने का फैसला लिया है. इस परीक्षा के माध्यम से प्रदेश भर में संचालित कॉलेजों के करीब 58 ट्रेंडो में दाखिले लिए जाएंगे. प्रदेश के सभी जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे. प्रवेश परीक्षा की नई तिथि जल्द घोषित की जाएंगी. अभ्यर्थी हिंदी और इंग्लिश दोनों ही भाषाओं में परीक्षा दे सकेंगे.
कुल सीटें
ए ग्रुप-1,12,442
बी से के ग्रुप-7,085
फॉर्मेसी-15,153
अब तक आवेदन-2,65,024
वहीं उत्तर प्रदेश के सरकारी, प्राइवेट और निजी पॉलिटेक्निक संस्थानों में अंतिम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं की परीक्षाएं कराई जाएंगी. यह निर्णय सोमवार को प्राविधिक शिक्षा सचिव आलोक कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया. यह परीक्षाएं 21 जुलाई से शुरू होंगी. सचिव प्राविधिक शिक्षा आलोक कुमार ने सभी प्रधानाचार्य को निर्देश दिया कि वे सेमेस्टर के कोर्स 20 जुलाई तक हरहाल में पूरा करा लें. इसके लिए चाहे तो अतिरिक्त कक्षाएं भी लगाई जाए.
यह है संभावित कार्यक्रम
पॉलिटेक्निक के अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं 21 जुलाई से शुरू होंगी.
अंतिम सेमेस्टर की सभी विषयों की परीक्षाएं 25 जुलाई तक संपन्न करा ली जाएंगी.
पॉलिटेक्निक के द्वितीय और चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों की परीक्षाएं 26 जुलाई से प्रारंभ कर दी जाएंगी. यह परीक्षाएं भी 31 जुलाई तक समाप्त हो जाएंगी.
यह रहेगा पेपर का पैटर्न
परीक्षा में ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाएंगे.
विद्यार्थियों को उत्तर देने के लिए देर से 2 घंटे का समय दिया जाएगा.
प्रश्नपत्र में कितने प्रश्न पूछे जाएंगे और प्रश्न पत्र का समय क्या होगा? यह सब परीक्षा समिति तय करेगी.
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