अयोध्या/कुशीनगर/कन्नौज/रायबरेली/बरेली: कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर घने कोहरे के बीच राम मंदिर में पहुंचकर श्रद्धालुओं ने राम मंदिर दर्शन पूजन किया है. इससे पहले भोर से ही सरयू के तट पर भक्तों ने स्नान और दान शुरू किया. इस बार अयोध्या में 10 लाख से अधिक भक्त कार्तिक पूर्णिमा पर पहुंचने की संभावना है. वहीं, कुशीनगर, रायबरेली समेत यूपी के कई जिलों में स्नान और दान का सिलसिला जारी है. वहीं, कन्नौज में घने कोहरे के बीच स्नान और दान का सिलसिला जारी है.
अयोध्या में भोर से उमड़े आस्थावानः मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान करने से पूरे कार्तिक माह में किये पूजा अनुष्ठान का फल मिलता है. आज के दिन सरयू स्नान करने से मनवांक्षित फल की प्राप्ति होती है. वजह है कि भोर से ही श्रद्धालु सरयू घाट की तरफ आस्था की डगर पर बढ़ते नजर आए. कार्तिक मेला में शामिल होने पहुंची महिला सृष्टि ने कहा कि रामलला जब से आए हैं तब से पहली बार आए हैं और इतनी भीड़ है यहां बहुत अच्छा लग रहा है. बहुत आनंद आ रहा है. बहुत अच्छी सुविधा उपलब्ध है यहां पर. स्नान करने के बाद गो पूजन किया. अन्न दान किया. काफी अच्छा लगा.
शीला मिश्रा ने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है. हम तो हमेशा आते थे लेकिन आपकी जैसा दिख रहा है वैसा कभी नहीं देखे थे. लग रहा है कि जैसे प्रयागराज वाली गंगा जी बह रही है. कितना बदलावा आया है. काफी अच्छा लग रहा है. वहीं, सरयू तीर्थ पुरोहित घाट के पंडा राम आधार पाण्डेय ने कहा कि कोटि कल्प काशी बसे , मथुरा कल्प हजार. एक निमित सरयू बसे, तुले न तुलसीदास. अयोध्या जी में तो एक बार आ जाने से दर्शन करने से मनोकामना की पूर्ति हो जाती है.
रायबरेली में भी स्नान और दान: रायबरेली के विभिन्न गंगा घाटों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंचकर सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान किया. बीती रात से ही गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा. कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है. रायबरेली के डलमऊ गोकना विकासवादी घाटों पर यह गंगा स्नान चल रहा है. प्रशासन द्वारा इन घाटों पर स्नान के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. रायबरेली में गेगासो गंगा घाट पर कार्तिक पूर्णिमा को लेकर दूर-दूर से श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए पहुंच रहे हैं.
बरेली में भी गंगा स्नान: मीरगंज के गोरा लोकनाथपुर और बाबा कैलाश गिरी मढ़ी गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. इस शुभ अवसर पर हजारों लोगों ने गंगा स्नान कर दान-पुण्य किया. कार्तिक पूर्णिमा हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखती है और इसे पवित्र स्नान एवं धार्मिक अनुष्ठानों के लिए जाना जाता है.