लखनऊ : जिला प्रशासन एवं लखनऊ विकास प्राधिकरण की संयुक्त टीम ने मंडलायुक्त डाॅ. रौशन जैकब के आदेश के बाद ऐशबाग स्थित जमुना झील पर हो रहे अवैध कब्जों का संज्ञान लिया था. जिला प्रशासन ने जमुना झील को पाटकर कब्जा करने का प्रयास करने वाले जुगुल किशोर बाबा के खिलाफ नोटिस तामील किया व चस्पा किया गया. नोटिस चस्पा करने वाली टीम में एडीएम सदर नवीन चन्द, नायाब तहसीलदार सदर अमित त्रिपाठी, लेखपाल मनीष कुमार, प्रिंस कुमार व राजाराम मिश्रा मौजूद थे. इन लोगों ने आरोपित के प्रतिष्ठान के बाहर नोटिस चस्पा कर के जवाब मांगा है.
गौरतलब है कि ऐशबाग स्थित जमुना झील को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बहुत गंभीर हैं. इस झील को विकसित करने को लेकर उन्होंने लखनऊ विकास प्राधिकरण को जरूरी हिदायतें दी थीं. इसके बाद में यहां पर सुंदरीकरण का मास्टर प्लान बनाया गया था. इसके बावजूद कुछ स्थानीय लोगों ने झील पर अपना दावा कर दिया था. इन लोगों का दावा है कि झील का कुछ रकबा उनके नाम पर राजस्व अभिलेखों में दर्ज है. इस इलाके में कार्यरत एक सेवानिवृत्त लेखपाल भी इस पूरे मामले में शामिल है. जिसकी शिकायतों के बाद एक बार फिर जिला प्रशासन हो लखनऊ विकास प्राधिकरण सक्रिय हुए हैं.
क्षेत्र के लोगों ने बताया कि भू-माफिया पर इस तरह की कार्यवाही पहली बार हुई है. इससे क्षेत्र के लोगों को उम्मीद जगी है कि भू-माफिया द्वारा पाटी गई झील शीघ्र अपने स्वरूप में वापस आ जाएगी. इस कार्यवाही के लिए क्षेत्र के लोगों ने जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित किया हैं. बता दें, ऐशबाग स्थित जमुना झील को अवैध कब्जेदारों से मुक्त कराने और उसके सुंदरीकरण के लिए क्षेत्रीय लोग और कई संगठन लगातार प्रयासरत हैं. मंगलवार को हुए कार्रवाई से लोगों को उम्मीद थोड़ी बढ़ गई है.
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