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BBAU : ABVP और AUDSU के कार्यकर्ताओं समेत 6 छात्रों को नोटिस, यह है पूरा मामला

बीबीएयू प्रशासन की तरफ से शनिवार को 6 छात्रों को नोटिस जारी किया गया. एक मार्च को शिवरात्रि के उपलक्ष्य में आंबेडकर यूनिवर्सिटी दलित एसोसिएशन की तरफ से विश्वविद्यालय परिसर में कुछ पोस्टर लगाए गए. इसमें ABVP और AUDSU के कार्यकर्ता भी शामिल हैं.

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6 छात्रों को नोटिस
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Published : Mar 5, 2022, 6:20 PM IST

लखनऊ: बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से शनिवार को 6 छात्रों को नोटिस जारी किया गया. इसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और आंबेडकर यूनिवर्सिटी दलित स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AUDSU) के कार्यकर्ता भी शामिल हैं. विश्वविद्यालय में एक और 2 मार्च की घटनाओं के मामले में यह नोटिस जारी किया गया है. इन छात्रों को 6 मार्च यानी रविवार को उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने को कहा गया है.

यह है मामला

बीबीएयू में एक मार्च को शिवरात्रि के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ सामान्य छात्र और शिक्षक भी शामिल हुए थे. इसी शाम आंबेडकर यूनिवर्सिटी दलित स्टूडेंट एसोसिएशन की तरफ से विश्वविद्यालय परिसर में कुछ पोस्टर लगाए गए. इन पोस्टर में अंबेडकर की 22 प्रतिज्ञा को दिखाया गया है. इसमें हिंदू देवी देवताओं के विरोध में भी उनकी प्रतिज्ञा शामिल हैं.

यह भी पढ़ें- केजीएमयू इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी में होगी भर्ती, 200 कर्मियों को हटाने का निर्देश


इन पोस्टर्स को लेकर 2 मार्च बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया. इसके बाद विवाद और भड़क गया. तभी से विश्वविद्यालय में विवाद की स्थिति बनी हुई है. पूरे मामले को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से 4 मार्च को एक जांच समिति का गठन किया गया.

इस समिति की तरफ से शनिवार को छात्रों को नोटिस भेजे गए हैं. छात्रों को 6 मार्च को सुबह 10 बजे विश्वविद्यालय के आंबेडकर स्टडी हॉल में कमेटी के सामने प्रस्तुत होने के लिए कहा गया है. इतिहास विभाग के बसंत कनौजिया, हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट के शांतनु शुक्ला और उज्जवल श्रीवास्तव समेत अन्य को नोटिस भेजा गया है.

छात्रों का कहना हैं कि विश्वविद्यालय सीधे-सीधे आवाज दबाने का काम कर रहा हैं. किसी की भावनाओं का हनन होने पर भी अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकता है. छात्रों का यह भी कहना है कि 2 मार्च को छात्र कुलपति से इस मामले पर बात करने उनके कार्यालय गए थे, परंतु छात्रों के वहां पहुंचते ही निकल गए जिससे छात्र आक्रोशित हो गये थे.

वहीं, एयूडीएसयू के छात्रों की मांग है कि कमेटी पूरी जांच की वीडियो रिकॉर्डिंग करवाए और उसकी एक प्रतिलिपि छात्रों को भी दी जाए. उनकी मांग मानने के बाद ही छात्र कमेटी के समक्ष जाएंगे.

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लखनऊ: बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से शनिवार को 6 छात्रों को नोटिस जारी किया गया. इसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और आंबेडकर यूनिवर्सिटी दलित स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AUDSU) के कार्यकर्ता भी शामिल हैं. विश्वविद्यालय में एक और 2 मार्च की घटनाओं के मामले में यह नोटिस जारी किया गया है. इन छात्रों को 6 मार्च यानी रविवार को उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने को कहा गया है.

यह है मामला

बीबीएयू में एक मार्च को शिवरात्रि के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ सामान्य छात्र और शिक्षक भी शामिल हुए थे. इसी शाम आंबेडकर यूनिवर्सिटी दलित स्टूडेंट एसोसिएशन की तरफ से विश्वविद्यालय परिसर में कुछ पोस्टर लगाए गए. इन पोस्टर में अंबेडकर की 22 प्रतिज्ञा को दिखाया गया है. इसमें हिंदू देवी देवताओं के विरोध में भी उनकी प्रतिज्ञा शामिल हैं.

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इन पोस्टर्स को लेकर 2 मार्च बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया. इसके बाद विवाद और भड़क गया. तभी से विश्वविद्यालय में विवाद की स्थिति बनी हुई है. पूरे मामले को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से 4 मार्च को एक जांच समिति का गठन किया गया.

इस समिति की तरफ से शनिवार को छात्रों को नोटिस भेजे गए हैं. छात्रों को 6 मार्च को सुबह 10 बजे विश्वविद्यालय के आंबेडकर स्टडी हॉल में कमेटी के सामने प्रस्तुत होने के लिए कहा गया है. इतिहास विभाग के बसंत कनौजिया, हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट के शांतनु शुक्ला और उज्जवल श्रीवास्तव समेत अन्य को नोटिस भेजा गया है.

छात्रों का कहना हैं कि विश्वविद्यालय सीधे-सीधे आवाज दबाने का काम कर रहा हैं. किसी की भावनाओं का हनन होने पर भी अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकता है. छात्रों का यह भी कहना है कि 2 मार्च को छात्र कुलपति से इस मामले पर बात करने उनके कार्यालय गए थे, परंतु छात्रों के वहां पहुंचते ही निकल गए जिससे छात्र आक्रोशित हो गये थे.

वहीं, एयूडीएसयू के छात्रों की मांग है कि कमेटी पूरी जांच की वीडियो रिकॉर्डिंग करवाए और उसकी एक प्रतिलिपि छात्रों को भी दी जाए. उनकी मांग मानने के बाद ही छात्र कमेटी के समक्ष जाएंगे.

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