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अजीत सिंह हत्याकांड: पूर्व सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी - मऊ के ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या

अजीत सिंह हत्याकांड में बहुजन समाज पार्टी के पूर्व सांसद धनंजय सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है. अब कभी भी धनंजय सिंह की गिरफ्तारी हो सकती है.

nbw issued against dhananjay singh
धनंजय सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी.
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Published : Feb 20, 2021, 7:38 PM IST

लखनऊ : मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या मामले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर पुलिस का शिकंजा कस गया है. पुलिस को इस मामले में धनंजय सिंह के खिलाफ पुख्ता सुबूत मिले हैं. लखनऊ की सीजेएम कोर्ट ने अजीत सिंह की हत्या मामले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह को हत्या की साजिश रचने का आरोपी बनाते हुए गैर जमानती वारंट जारी किया है. अब पुलिस धनंजय सिंह को जल्द ही गिरफ्तार कर सकती है. वारंट की सूचना मिलते ही बाहुबली धनंजय सिंह और उनके गुर्गे अंडर ग्राउंड हो गए.

ताबड़तोड़ गोली बरसाकर की गई थी हत्या

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 6 जनवरी को मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाते हुए बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी थी. यह वारदात गोमतीनगर के विभूतिखंड में कठौता चौराहे पर रात आठ बजे हुई थी. इस मामले में शुरू से ही पूर्व सांसद धनंजय सिंह का नाम आ रहा था. क्योंकि धनंजय सिंह ने इस मामले में घायल हुए एक शूटर के इलाज के लिए एके सिंह नामक डॉक्टर को फोन किया था और उसका इलाज अच्छे से करने को कहा था. डॉक्टर ने बताया था कि धनंजय सिंह ने उनसे कहा था कि लखनऊ के कृष्णानगर निवासी विपुल कुमार नाम का युवक किसी को लेकर पहुंच रहा है. उसके पेट में सरिया घुस गया है. उसका इलाज करना है.

पुलिस को मिले सुबूत

पुलिस को इस बयान के अलावा भी जांच-पड़ताल में कुछ सुबूत मिले थे, जिनके आधार पर धनंजय सिंह पर शक गहराता जा रहा था. इसी आधार पर पुलिस ने अब धनंजय सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने का फैसला लिया है.

शूटर गिरधारी पुलिस मुठभेड़ में ढेर

गौरतलब है कि अजीत सिंह हत्याकांड में शूटर गिरधारी को बीते दिनों पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसी महीने 15 फरवरी को पुलिस रिमांड पर लिए गए कुख्यात शूटर गिरधारी ने पुलिस पर फायर करके भागने की कोशिश की थी. जवाब में पुलिस ने भी उसे पकड़ने के लिए गोली चलाई. इस मुठभेड़ में घायल हुए गिरधारी को इलाज के लिए लोहिया अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. खास बात यह थी कि शूटर गिरधारी की पुलिस से मुठभेड़ लखनऊ में गोमतीनगर में उसी जगह पर हुई थी, जहां अजीत सिंह की उसने हत्या की थी.


ऐसे हुई थी पूर्व ब्लॉक प्रमुख की हत्या

मऊ के मुहम्मदाबाद गोहना ब्लॉक के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या 6 जनवरी को लखनऊ के विभूतिखंड के कठौता चौराहा पर रात सवा आठ बजे हुई थी. दिसंबर में मऊ से जिलाबदर किया गया अजीत सिंह गोमतीनगर विस्तार में रहने लगा था. 6 जनवरी की रात वह अपनी बुलेटप्रूफ एसयूवी से कुछ खाने-पीने का सामान लेने गया था. मगर एसयूवी से बाहर निकलते ही बदमाशों ने उसे घेरकर गोलियों की बौछार कर दी, जिसमें अजीत सिंह की मौत हो गई.

पुलिस ने कार्रवाई के लिए कसी कमर

पूर्व सांसद धनंजय सिंह का अरेस्ट वारंट जारी होने के बाद पुलिस ने अब कार्रवाई करने के लिए कमर कस ली है. कमिश्नर लखनऊ ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम गठित करने की कार्रवाई शुरू कर दी है. बहुत जल्द टीम धनजंय सिंह को गिरफ्तार करने के लिए रवाना होगी.

लखनऊ : मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या मामले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह पर पुलिस का शिकंजा कस गया है. पुलिस को इस मामले में धनंजय सिंह के खिलाफ पुख्ता सुबूत मिले हैं. लखनऊ की सीजेएम कोर्ट ने अजीत सिंह की हत्या मामले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह को हत्या की साजिश रचने का आरोपी बनाते हुए गैर जमानती वारंट जारी किया है. अब पुलिस धनंजय सिंह को जल्द ही गिरफ्तार कर सकती है. वारंट की सूचना मिलते ही बाहुबली धनंजय सिंह और उनके गुर्गे अंडर ग्राउंड हो गए.

ताबड़तोड़ गोली बरसाकर की गई थी हत्या

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 6 जनवरी को मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाते हुए बदमाशों ने उनकी हत्या कर दी थी. यह वारदात गोमतीनगर के विभूतिखंड में कठौता चौराहे पर रात आठ बजे हुई थी. इस मामले में शुरू से ही पूर्व सांसद धनंजय सिंह का नाम आ रहा था. क्योंकि धनंजय सिंह ने इस मामले में घायल हुए एक शूटर के इलाज के लिए एके सिंह नामक डॉक्टर को फोन किया था और उसका इलाज अच्छे से करने को कहा था. डॉक्टर ने बताया था कि धनंजय सिंह ने उनसे कहा था कि लखनऊ के कृष्णानगर निवासी विपुल कुमार नाम का युवक किसी को लेकर पहुंच रहा है. उसके पेट में सरिया घुस गया है. उसका इलाज करना है.

पुलिस को मिले सुबूत

पुलिस को इस बयान के अलावा भी जांच-पड़ताल में कुछ सुबूत मिले थे, जिनके आधार पर धनंजय सिंह पर शक गहराता जा रहा था. इसी आधार पर पुलिस ने अब धनंजय सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने का फैसला लिया है.

शूटर गिरधारी पुलिस मुठभेड़ में ढेर

गौरतलब है कि अजीत सिंह हत्याकांड में शूटर गिरधारी को बीते दिनों पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसी महीने 15 फरवरी को पुलिस रिमांड पर लिए गए कुख्यात शूटर गिरधारी ने पुलिस पर फायर करके भागने की कोशिश की थी. जवाब में पुलिस ने भी उसे पकड़ने के लिए गोली चलाई. इस मुठभेड़ में घायल हुए गिरधारी को इलाज के लिए लोहिया अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. खास बात यह थी कि शूटर गिरधारी की पुलिस से मुठभेड़ लखनऊ में गोमतीनगर में उसी जगह पर हुई थी, जहां अजीत सिंह की उसने हत्या की थी.


ऐसे हुई थी पूर्व ब्लॉक प्रमुख की हत्या

मऊ के मुहम्मदाबाद गोहना ब्लॉक के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या 6 जनवरी को लखनऊ के विभूतिखंड के कठौता चौराहा पर रात सवा आठ बजे हुई थी. दिसंबर में मऊ से जिलाबदर किया गया अजीत सिंह गोमतीनगर विस्तार में रहने लगा था. 6 जनवरी की रात वह अपनी बुलेटप्रूफ एसयूवी से कुछ खाने-पीने का सामान लेने गया था. मगर एसयूवी से बाहर निकलते ही बदमाशों ने उसे घेरकर गोलियों की बौछार कर दी, जिसमें अजीत सिंह की मौत हो गई.

पुलिस ने कार्रवाई के लिए कसी कमर

पूर्व सांसद धनंजय सिंह का अरेस्ट वारंट जारी होने के बाद पुलिस ने अब कार्रवाई करने के लिए कमर कस ली है. कमिश्नर लखनऊ ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम गठित करने की कार्रवाई शुरू कर दी है. बहुत जल्द टीम धनजंय सिंह को गिरफ्तार करने के लिए रवाना होगी.

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