लखनऊ : राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद की ओर से आईटीआई संस्थानों में ईवी (इलेक्ट्रिकल व्हीकल) को लेकर कोई बदलाव नहीं हुआ है. आईटीआई में इंजीनियरिंग और नॉन इंजीनियरिंग दोनों कोर्स पढ़ाये जाते हैं, लेकिन अभी आईटीआई संस्थानों के कोर्स में ईवी गाड़ियों को लेकर कोई भी बदलाव नहीं हुआ है. इन दिनों ईवी गाड़ियों को लेकर बूम आया हुआ है. सड़कों पर ईवी गाड़ियां बढ़ती जा रही हैं. हालांकि इन गाड़ियों को बनाने के लिए आईटीआई की ओर से मैकेनिक तैयार ही नहीं हो रहे हैं. ऐसे में बड़ी समस्या खड़ी होने वाली है.
आईटीआई प्रिंसिपल राज कुमार यादव ने बताया कि ईवी गाड़ियों को लेकर अभी कोर्स में कोई बदलाव नहीं हुआ है. आईटीआई में चलने वाले कोर्स को डीजीटी (प्रशिक्षण महानिदेशालय) द्वारा डिजाइन कराया जाता है. राजकुमार यादव ने कहा कि ईवी को लेकर एचसीएल की ओर से अलीगंज आईटीआई संस्थान में एक सर्टिफिकेट कोर्स चल रहा है. इसमें स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग दी जाती है. डीजीटी की ओर से अब 250 घंटे के शार्ट टर्म कोर्स के द्वारा आईटीआई के स्टूडेंट्स को ट्रेनिंग मिल रही है.
आईटीआई में बनेंगी इलेक्ट्रिक मोटर मैकेनिक ट्रेड से जुड़ी तीन लैब : राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) अलीगंज के प्रिंसिपल आरके यादव ने बताया कि जल्द ही तीन नई लैब तैयार होंगी. मारुती आईटीआई में ये लैब तैयार करेगा. आईटीआई परिसर में ही इसे स्थापित किया जाएगा. लैब तैयार होने के बाद 10 ट्रेड के तकरीबन 200 स्टूडेंट्स को एक साथ इन लैब में प्रशिक्षण मिलेगा.
संस्थान में जल्द तीन नई लैब तैयार होंगी. यह सभी लैब कार से संबंधित होंगी. इसमें नई टेक्नोलॉजी से जुड़ी मशीनरी का इस्तेमाल होगा. इस पर होने वाला खर्च भी कंपनी उठाएगी. नई लैब तैयार होने के बाद स्टूडेंट्स को प्रशिक्षित करना आसान बनेगा. कंपनी के प्रतिनिधियों की ओर से स्टूडेंट्स को यह ट्रेनिंग मिलेगी. मोटर मैकेनिक ट्रेड से जुड़ी इन लैब में एक साथ तकरीबन 200 स्टूडेंट्स को प्रशिक्षण मिलेगा. कंपनी की ओर से 10 ट्रेड के स्टूडेंट्स को यूनिटवार प्रशिक्षण मिलेगा. एक यूनिट में 20 स्टूडेंट्स शामिल होंगे.