मंत्री हो या संतरी लखनऊ के इन 11 रूट में सड़क पर गाड़ी खड़ी मिली तो उठ जाएगी. देखें खबर लखनऊ : राजधानी में बीते 24 जुलाई से राजधानी के 11 रूट पर सड़कों पर खड़ी गाड़ियों को क्रेन से टो करने की कार्रवाई शुरू हो गई है. लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने नो पार्किंग पर गाड़ी खड़ी करने वालों को सख्त संदेश देने के लिए सबसे पहले उन गाड़ियों को टो किया, जिनकी जिम्मेदारी नियमों को बनाना और उन्हें पालन करवाना होता है. सबसे पहले विधान सभा के पास नो पार्किंग में खड़ी मंत्री के स्कॉट की गाड़ियां उठीं, प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ियों को टो किया गया और फिर उन्हे जुर्माने के बाद ही छोड़ा गया. इसका थोड़ा बहुत असर तो हुआ, लेकिन बावजूद इसके नो पार्किंग पर गाड़ी खड़ी करने वाले अपनी आदतों से बाज नहीं आए. लिहाजा 24 से 31 जुलाई तक ट्रैफिक पुलिस ने करीब 250 गाड़ियों को क्रेन से टो करवा यार्ड तक पहुंचाया और फिर जुर्माने के बाद छोड़ा गया. 3100 गाड़ियों का ई चालान भी किया गया.
राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए नई पहल,
डीसीपी ट्रैफिक आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि राजधानी के 11 रूट्स को नो-पार्किंग जोन घोषित किया गया है. इन 11 रूट पर एक सप्ताह तक माइक से अनाउंस कर वाहन स्वामियों को जानकारी दी गई थी. रूट पर जगह-जगह बैनर और पोस्टर भी लगाए गए थे. एक सप्ताह के बाद 24 जुलाई को वाहन को क्रेन से टो करवाने की कार्रवाई शुरू की गई थी. डीसीपी के मुताबिक गाड़ी टो करने के बाद वाहन स्वामी को फोन से उसकी सूचना भी दी जा रही है.
राजधानी की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए नई पहल, नो पार्किंग में गाड़ी खड़ी की तो जुर्माना तय. लखनऊ में नो पार्किंग वाले 11 रूट : विधानभवन के चारों ओर के रास्ते. गौतमपल्ली चौराहे से हजरतगंज और अटल चौराहे से मेफेयर तक. अल्का तिराहे से सेंट फ्रांसिस स्कूल से होकर सहारागंज तिराहे तक. गोल्फ चौराहे से वीवीआईपी गेस्ट हाऊस तक. आलमबाग बस अड्डे के सामने सड़क पर. बापू भवन चौराहे से बर्लिंग्टन से रवींद्रालय से नत्था तिराहे तक. घंटाघर से बड़ा इमामबाड़ा तक. निशातगंज/गुड बेकरी चौराहे के सामने मुख्य मार्ग तक. दुबग्गा तिराहे से छंदोइया तिराहे तक. कमता तिराहे से बीबीडीयू तक मुख्य मार्ग. हुसेड़िया चौराहे से हेनिमैन चौराहे तक.
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