लखनऊ : ठंड को देखते हुए डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Deputy CM Brijesh Pathak) ने सरकारी अस्पतालों में मरीजों और तीमारदारों के लिए पुख्ता इंतजाम करने के सख्त निर्देश जारी किए हैं. इसके बावजूद मोहनलालगंज सीएचसी में मरीजों और तीमारदारों को ठंड से राहत दिलाने के इंतजाम नदारद हैं. सीएचसी के वार्डों में मरीजों के लिए कंबल नहीं हैं. मरीज अपना कंबल खुद लेकर आ रहे हैं. इसके अलावा तीमारदारों के लिए बने रैनबसेरे में एंबुलेन्स ड्राइवरों ने ठिकाना बना रखा है. ईटीवी भारत ने अस्पताल और रैन बसेरों का जायजा लिया. पेश है वहां की तस्वीरें और हालात.
मोहनलालगंज क्षेत्र की तकरीबन चार लाख की आबादी को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने का जिम्मा संभाल रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Community Health Center) के इमरजेन्सी वार्डों में मरीजों के लिए कंबल उपलब्ध नहीं हैं. तीमारदारों के लिए बने रैनबसेरे को 108 और 102 सेवा के एम्बुलेन्स ड्राइवरों ने ठिकाना बना रखा है. ऐसे में तीमारदारों के लिए ठिकाने का ही इंतजाम नहीं है. सीएचसी आने वाले मरीजों और तीमारदारों के लिए अलाव भी जलवाए जाते हैं. लिहाजा सीएचसी में इलाज कराने पहुंच रहे मरीजों और तीमारदारों के लिए ठंड में ठिठुरने के सिवा कोई दूसरा रास्ता नही हैं.
सीएचसी अधीक्षक मोहनलालगंज अशोक कुमार (ChC Superintendent Mohanlalganj Ashok Kumar) के मुताबिक मरीजों के लिए कंबल की व्यवस्था की गई है. अलाव के लिए लकड़ी की व्यवस्था की जा रही है. जल्द से जल्द इसके इंतजाम किए जाएंगे. ठंड से बचने के लिए अस्पताल में व्यवस्थाएं की जा रही हैं. बहरहाल सीएससी अधीक्षक के बयान और मौके की तस्वीरें अलहदा हैं. यहां न तो कंबल की व्यवस्था है और न अलाव की.