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Corona Effect: मेडिकल छात्रों को NMC ने दी राहत, थीसिस जमा करने में 3 महीने की छूट - लखनऊ

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने स्नातकोत्तर मेडिकल छात्रों को देरी से अपनी थीसिस जमा करने की अनुमति दी है. महामारी के दौरान स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का समर्थन करने वाले स्नातकोत्तर मेडिकल छात्रों के लिए तीन महीने की छूट का प्रस्ताव किया गया है.

मेडिकल छात्रों को NMC ने दी राहत
मेडिकल छात्रों को NMC ने दी राहत
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Published : Jul 31, 2021, 10:19 AM IST

लखनऊ: कोरोना काल में मेडिकल की पढ़ाई भी चरमरा गई है. छात्रों के क्लास, प्रैक्टिकल बंद हो गए. इलाज के लिए कोविड ड्यूटी लगा दी गई. वहीं ओपीडी बंद होने से पीजी, सुपर स्पेशियलिटी के छात्रों के रिसर्च प्रोजेक्ट फंस गए. उनके थीसिस के लिए तय सैंपल नहीं जुट सके. ऐसे में एनएमसी ने राहत देकर हजारों स्टूडेंट का टेंशन दूर कर दिया है.

राज्य में 51 मेडिकल कॉलेज हैं. इनमें 22 सरकारी व 29 निजी मेडिकल कॉलेज हैं. कोरोना काल में इनमें शैक्षिक सत्र बाधित रहा. खासकर, ओपीडी बंद होने से एमडी-एमएस, डीएम-एमसीएच के छात्रों की थीसिस फंस गई. रिसर्च के लिए तय किए सैंपल छात्र नहीं जुटा सके. ऐसे में नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) ने छात्रों को छूट दे दी है. छात्रों के पास मौजूदा सैंपल के आधार पर ही एनालिसिस कर स्टडी फाइनल के निर्देश दिए हैं. वहीं तीन माह की अतिरिक्त छूट भी दी है. केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह व लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह के मुताबिक एनएमसी की गाइड लाइन आ गई है. इससे छात्रों को काफी राहत मिली है.

रिसर्च में सैंपल साइज का होता है खास महत्व
केजीएमयू रिसर्च सेल पूर्व डीन डॉ. आरके गर्ग के मुताबिक शोध में सैंपल साइज का विशेष महत्व होता है. सैंपल जितने अधिक होंगे, शोध उतना ही गुणवत्तापूर्ण होगा. एरर की गुंजाइश उतनी ही कम होगी. साथ ही रिसर्च में इंट्रोडक्शन, रिरिव्यू ऑफ लिटरेचर, मैटेरियल मेथड, रिजल्ट, डिस्कशन, आर्टिकल रेफरेंस आदि का छात्रों को ध्यान रखना होगा.

इसे भी पढ़ें-लखनऊ में मेगा वैक्सीनेशन डे पर 75 हजार लोगों को लगेगा टीका

यूपी में यूजी कोर्स की कितनी हैं सीटें

  • 22 सरकारी मेडिकल कॉलेज में 2,928 एमबीबीएस सीटें
  • 29 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में 4,159 एमबीबीएस सीटें
  • 01 सरकारी कॉलेज में बीडीएस की 70 सीटें हैं
  • 22 प्राइवेट कॉलेज में बीडीएस की 2200 सीटें हैं

यूपी में पीजी कोर्स की कितनी सीटें

  • 11 सरकारी , एक ट्रस्ट के मेडिकल कॉलेज में होती है पीजी कोर्स की पढ़ाई
  • 9 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में होती है पीजी कोर्स की पढ़ाई.
  • एमडी-एमएस, पीजी डिप्लोमा की 1027 सरकारी सीटों पर होता है प्रवेश
  • प्राइवेट में 1064 एमडी-एमएस व पीजी डिप्लोमा सीटों पर होता है प्रवेश
  • प्रदेश में 177 सुपर स्पेशयलिटी कोर्स (डीएम-एमसीएच) की सीटें

लखनऊ: कोरोना काल में मेडिकल की पढ़ाई भी चरमरा गई है. छात्रों के क्लास, प्रैक्टिकल बंद हो गए. इलाज के लिए कोविड ड्यूटी लगा दी गई. वहीं ओपीडी बंद होने से पीजी, सुपर स्पेशियलिटी के छात्रों के रिसर्च प्रोजेक्ट फंस गए. उनके थीसिस के लिए तय सैंपल नहीं जुट सके. ऐसे में एनएमसी ने राहत देकर हजारों स्टूडेंट का टेंशन दूर कर दिया है.

राज्य में 51 मेडिकल कॉलेज हैं. इनमें 22 सरकारी व 29 निजी मेडिकल कॉलेज हैं. कोरोना काल में इनमें शैक्षिक सत्र बाधित रहा. खासकर, ओपीडी बंद होने से एमडी-एमएस, डीएम-एमसीएच के छात्रों की थीसिस फंस गई. रिसर्च के लिए तय किए सैंपल छात्र नहीं जुटा सके. ऐसे में नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) ने छात्रों को छूट दे दी है. छात्रों के पास मौजूदा सैंपल के आधार पर ही एनालिसिस कर स्टडी फाइनल के निर्देश दिए हैं. वहीं तीन माह की अतिरिक्त छूट भी दी है. केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह व लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह के मुताबिक एनएमसी की गाइड लाइन आ गई है. इससे छात्रों को काफी राहत मिली है.

रिसर्च में सैंपल साइज का होता है खास महत्व
केजीएमयू रिसर्च सेल पूर्व डीन डॉ. आरके गर्ग के मुताबिक शोध में सैंपल साइज का विशेष महत्व होता है. सैंपल जितने अधिक होंगे, शोध उतना ही गुणवत्तापूर्ण होगा. एरर की गुंजाइश उतनी ही कम होगी. साथ ही रिसर्च में इंट्रोडक्शन, रिरिव्यू ऑफ लिटरेचर, मैटेरियल मेथड, रिजल्ट, डिस्कशन, आर्टिकल रेफरेंस आदि का छात्रों को ध्यान रखना होगा.

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यूपी में यूजी कोर्स की कितनी हैं सीटें

  • 22 सरकारी मेडिकल कॉलेज में 2,928 एमबीबीएस सीटें
  • 29 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में 4,159 एमबीबीएस सीटें
  • 01 सरकारी कॉलेज में बीडीएस की 70 सीटें हैं
  • 22 प्राइवेट कॉलेज में बीडीएस की 2200 सीटें हैं

यूपी में पीजी कोर्स की कितनी सीटें

  • 11 सरकारी , एक ट्रस्ट के मेडिकल कॉलेज में होती है पीजी कोर्स की पढ़ाई
  • 9 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में होती है पीजी कोर्स की पढ़ाई.
  • एमडी-एमएस, पीजी डिप्लोमा की 1027 सरकारी सीटों पर होता है प्रवेश
  • प्राइवेट में 1064 एमडी-एमएस व पीजी डिप्लोमा सीटों पर होता है प्रवेश
  • प्रदेश में 177 सुपर स्पेशयलिटी कोर्स (डीएम-एमसीएच) की सीटें
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