लखनऊ: उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम केंद्र में भ्रष्टाचार का नया खेल उजागर हुआ है. अभियंताओं ने मिलीभगत करके कोर्ट बनाए जाने के लिए दिए गए बजट को मेडिकल कॉलेज के बजट में खर्च कर दिया. इस बड़ी अनियमितता को लेकर विभाग के अधिकारियों ने जब कार्रवाई के लिए पत्र लिखा, तब जाकर कुछ लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई.
कोर्ट के बजट को मेडिकल कॉलेज में किया खर्च
- न्याय विभाग ने बहराइच में कोर्ट बनाने के लिए बजट का आवंटन राजकीय निर्माण निगम को किया.
- इस बजट के रुपये को इंजीनियरों ने मेडिकल कॉलेज में खर्च कर दिया.
- इस मामले में कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई.
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विभागीय अधिकारियों के निर्देश पर जांच की गई. जांच में पता चला कि कर्मचारियों और अभियंताओं ने वित्तीय नियमों की अनदेखी करते हुए 1459.30 लाख रुपये के भुगतान किए हैं. पांच लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई, जिसमें गिरीश चंद्र चतुर्वेदी परियोजना प्रबंधक, वीके सिंह इकाई प्रभारी, एचपी भट्ट स्थानिक अभियंता, प्रदीप अग्रवाल लेखाकार और रामाधार सिंह यादव उप अभियंता शामिल हैं.
वित्तीय अनियमितता की जानकारी प्रकाश में आते ही ऑडिट कराई गई. दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
-यूके गहलोत, एमडी, राजकीय निर्माण निगम