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हिजबुल मुजाहिदीन के दो 'ओवर ग्राउंड वर्कर्स' के खिलाफ NIA ने दाखिल की चार्जशीट - एनआईए स्पेशल कोर्ट

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकवादी हमला करने की आपराधिक साजिश से जुड़े एक मामले में शनिवार को हिजबुल मुजाहिदीन के दो ओवर ग्राउंड वर्कर्स के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है.

राष्ट्रीय जांच एजेंसी
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Published : May 29, 2021, 8:16 PM IST

लखनऊ : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने स्पेशल कोर्ट में हिजबुल मुजाहिदीन के दो आरोपियों निषाद अहमद बट और निसार अहमद शेख के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दाखिल किया. किश्तवाड़ के गांव हुंजाला के निवासी निषाद अहमद बट और किश्तवाड़ के गांव बोनास्तान के रहने वाले निसार अहमद शेख का बयान हुआ.

निषाद और निसार ने दी थी शरण

दोनों आरोपियों ने बयान में कहा कि यूपी और भारत के अन्य हिस्सों में विभिन्न स्थानों पर आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए हिजबुल मुजाहिदीन के कैडर्स ने आपराधिक साजिश रची थी. बयान में कहा गया है कि जांच के दौरान पाया गया कि हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी ओसामा बिन जावेद को आरोपी निसार अहमद शेख और निषाद अहमद बट ने शरण दी थी और उसकी सहायता की थी. बाद में 28 सितम्बर 2019 को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में ओसामा बिन जावेद मारा गया था.



निसार आतंकवादियों के लिए सुरक्षित परिवहन की करता था व्यवस्था

निसार अहमद शेख, ओसामा बिन जावेद और हिजबुल मुजाहिदीन के अन्य आतंकवादियों के लिए सुरक्षित परिवहन की व्यवस्था करता था. जबकि आरोपी निषाद अहमद बट ने ओसामा बिन जावेद और अन्य हिजबुल आतंकवादियों को पनाह और अन्य रसद सहायता प्रदान करके सहायता की थी. उसने हिजबुल के आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह देने के लिए अपने ही घर में एक ठिकाना भी बनवाया था. मामले की जांच अभी जारी है.

इसे भी पढ़ें - सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह को मिला एनआईए का अतिरिक्त प्रभार

लखनऊ : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने स्पेशल कोर्ट में हिजबुल मुजाहिदीन के दो आरोपियों निषाद अहमद बट और निसार अहमद शेख के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दाखिल किया. किश्तवाड़ के गांव हुंजाला के निवासी निषाद अहमद बट और किश्तवाड़ के गांव बोनास्तान के रहने वाले निसार अहमद शेख का बयान हुआ.

निषाद और निसार ने दी थी शरण

दोनों आरोपियों ने बयान में कहा कि यूपी और भारत के अन्य हिस्सों में विभिन्न स्थानों पर आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए हिजबुल मुजाहिदीन के कैडर्स ने आपराधिक साजिश रची थी. बयान में कहा गया है कि जांच के दौरान पाया गया कि हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादी ओसामा बिन जावेद को आरोपी निसार अहमद शेख और निषाद अहमद बट ने शरण दी थी और उसकी सहायता की थी. बाद में 28 सितम्बर 2019 को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में ओसामा बिन जावेद मारा गया था.



निसार आतंकवादियों के लिए सुरक्षित परिवहन की करता था व्यवस्था

निसार अहमद शेख, ओसामा बिन जावेद और हिजबुल मुजाहिदीन के अन्य आतंकवादियों के लिए सुरक्षित परिवहन की व्यवस्था करता था. जबकि आरोपी निषाद अहमद बट ने ओसामा बिन जावेद और अन्य हिजबुल आतंकवादियों को पनाह और अन्य रसद सहायता प्रदान करके सहायता की थी. उसने हिजबुल के आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह देने के लिए अपने ही घर में एक ठिकाना भी बनवाया था. मामले की जांच अभी जारी है.

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