लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर के विद्यार्थी दो माह से परीक्षा की डेट का इंतजार कर रहे है. जबकि उनकी पढ़ाई दिसंबर माह पहले खत्म हो चुकी है. हालात यह है कि अभी तक एमए, एमएससी और एमकाम सहित अन्य स्नातकोत्तर कोर्स का परीक्षा कार्यक्रम तक नहीं तय हो पाया है. आश्चर्य की बात यह है कि स्नातक का कोर्स पूरा होते ही परीक्षा शुरू हो गई है. पिछले वर्ष से लखनऊ विश्वविद्यालय में परीक्षा को लेकर नित्य नए नए कारनामे सामने आ रहे हैं. कभी प्रश्न पत्र बदल जाता है तो कभी परीक्षा परिणाम जारी कर वापस ले लिया जाता है. इस तरह का मामला स्नातकोत्तर परीक्षा का है. स्नातकोत्तर विषयों की पढ़ाई लखनऊ विश्वविद्यालय के अलावा डिग्री कॉलेजों में भी होती है.
बीते वर्ष लखनऊ विश्वविद्यालय से जुड़े चार जिले रायबरेली, हरदोई, सीतापुर और लखीमपुर खीरी में भी स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं. शिक्षकों के मुताबिक लखनऊ विश्वविद्यालय और उसे सम्बद्ध लखनऊ सहित पांचों जिलों के डिग्री कॉलेजों में पहले और तीसरे सेमेस्टर का कोर्स दो माह पहले पूरा हो गया है. कुछ एक पाठ्यक्रम का कोर्स जनवरी के दूसरे सप्ताह में समाप्त हुआ है. उनका कहना है कि विद्यार्थी परीक्षा की प्रतीक्षा कर रहे हैं. वहीं विवि का परीक्षा विभाग अब तक परीक्षा कार्यक्रम तक घोषित नहीं कर पाया है. अगर उसने समय से सब कुछ किया होता तो, स्नातकोत्तर की परीक्षा अब तक हो चुकी होती.
परीक्षा फार्म ही नहीं हो रहे थे अपलोड : विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेज के शिक्षकों के अनुसार स्नातकोत्तर परीक्षा फार्म ही अपलोड नहीं हो रहे थे. यही वजह थी कि परीक्षा विभाग को फार्म भरने की अन्तिम तिथि 20 जनवरी के बाद कई बार बढ़ानी पड़ी. हालात यह थे कि इंटर डिपार्टमेंटल सब्जेक्ट वेबसाइट पर दिख ही नहीं रहे थे. यहीं वजह थी कि परीक्षा फार्म भरने में देरी हुई. वहीं विभागों के शिक्षकों ने बताया कि किसी तरह परीक्षा फार्म भर गए हैं, लेकिन अब विभागों से कहा गया है कि परीक्षा का काम कर रही निजी एजेंसी के साथ मिलकर परीक्षा फार्मो का सत्यापन कराए. इसके बाद ही परीक्षा फार्म को परीक्षा विभाग को भेजें. वहीं स्नातक पाठ्यक्रमों में इसके विपरीत हुआ है. विवि हो या डिग्री कॉलेज सभी जगह बीए, बीएससी और बीकाम का कोर्स जनवरी के आखिरी या फरवरी के पहले सप्ताह तक कोर्स पूरा हो गया और करीब 15 दिन के बाद 24 फरवरी से परीक्षा शुरू करा दी.