लखनऊ : उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के सहयोगी वितरण निगमों के अंतर्गत अब तक जो 25 वितरण क्षेत्र थे, उनकी संख्या में (Lucknow zone) बढ़ोतरी कर दी गई है. पावर कॉरपोरेशन की तरफ से प्रदेश भर में अब 25 की जगह 40 नए डिस्ट्रीब्यूशन जोन बना दिए गए हैं. इनके पुनर्गठन का आदेश भी यूपीपीसीएल की तरफ से जारी कर दिया गया है. नोएडा और कानपुर के केस्को में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है. पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने भी अपने कई जोन में कोई परिवर्तन नहीं किया है, जबकि अन्य सभी वितरण मंडलों में जोन को कई हिस्सों में बांटकर नए जोन बना दिए गए हैं. मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अंतर्गत अब तक जो लखनऊ में लेसा सिस गोमती और लेसा ट्रांस गोमती दो जोन थे अब इनकी संख्या चार हो गई है. यानी अब लखनऊ में कुल चार जोन होंगे, जिनके अलग-अलग मुख्य अभियंता भी तैनात किए जाएंगे. इससे शहर की बिजली व्यवस्था दुरुस्त होने की उम्मीद है.
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अंतर्गत कुल 19 जिले आते हैं, इनमें अलग-अलग जोन हैं. लखनऊ में लेसा सिस गोमती और लेसा ट्रांस गोमती के नाम से दो जोन अब तक थे, अब इनकी संख्या चार हो गई है. लेसा सिस गोमती प्रथम में विद्युत नगरीय वितरण मंडल चतुर्थ और विद्युत नगरीय वितरण मंडल सात होंगे. इसी तरह लेसा सिस गोमती द्वितीय में विद्युत नगरीय वितरण मंडल तृतीय, विद्युत नगरीय वितरण मंडल प्रथम और विद्युत नगरीय वितरण मंडल आठ होंगे. लेसा ट्रांस गोमती प्रथम जोन में विद्युत नगरीय वितरण मंडल छह और विद्युत नगरीय वितरण मंडल 10 होंगे. लेसा ट्रांस गोमती द्वितीय जोन में विद्युत नगरीय वितरण मंडल द्वितीय और विद्युत नगरीय वितरण मंडल नौ रखे गए हैं. पहले लेसा सिस गोमती में पांच वितरण मंडल रखे गए थे और लेसा ट्रांस गोमती में चार वितरण मंडल थे. उन विद्युत नगरीय वितरण मंडलों का बंटवारा उसी तरह किया गया है.
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अंतर्गत बरेली जोन को बरेली प्रथम और बरेली द्वितीय में बांटा गया है. लखनऊ क्षेत्र को दो भागों में विभाजित कर दिया गया है, जिसमें सीतापुर और रायबरेली जोन अलग बना दिया गया. यानी लखनऊ जोन अब सीतापुर और रायबरेली जोन में डिवाइड हो गया है. अयोध्या जोन में किसी तरह का कोई परिवर्तन नहीं हुआ है. देवीपाटन जोन भी पहले ही की तरह रखा गया है. उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड ने गोरखपुर क्षेत्र को दो भागों में बांट दिया है. गोरखपुर प्रथम और गोरखपुर द्वितीय जोन होंगे. इसी तरह प्रयागराज को भी प्रयागराज प्रथम और प्रयागराज द्वितीय में, वाराणसी को भी वाराणसी प्रथम और वाराणसी द्वितीय में बांटा गया है. आजमगढ़ को परिवर्तित नहीं किया गया है. मिर्जापुर में भी कोई परिवर्तन नहीं हुआ. बस्ती में भी पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने कोई परिवर्तन नहीं किया है.
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने अलीगढ़ को अलीगढ़ और एटा में विभाजित कर दिया है. इसी तरह कानपुर जोन को कानपुर प्रथम और कानपुर द्वितीय में विभाजित किया गया है. आगरा प्रथम जोन बना दिया गया है जबकि आगरा द्वितीय को फिरोजाबाद और मथुरा जोन बना दिया गया है. बांदा और झांसी को नहीं बांटा गया है. पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अंतर्गत आने वाले बुलंदशहर क्षेत्र में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है, जबकि गाजियाबाद को तीन हिस्सों में बांट दिया गया, जिसमें गाजियाबाद प्रथम, गाजियाबाद द्वितीय और गाजियाबाद तृतीय जोन भी अलग बनाया गया है. मेरठ को दो भागों में बांटकर मेरठ प्रथम और मेरठ द्वितीय कर दिया गया है. मुरादाबाद को विभाजित कर मुरादाबाद और गजरौला जोन बनाए गए हैं. सहारनपुर को विभाजित कर अब सहारनपुर और मुजफ्फरनगर नाम के दो नए जोन बनाए गए हैं. नोएडा और केस्को में किसी तरह का कोई परिवर्तन नहीं किया गया है.