लखनऊ : लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान अपना पहला स्थापना दिवस मनाने जा रहा है. इस संस्थान को स्थापित हुए 11 वर्ष हो चुके हैं. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल उपस्थित रहेंगी. इस दौरान संस्थान के निदेशक डॉक्टर ए.के सिंह ने नई घोषणाएं भी कीं. इसमें जहां तीन नए विभाग खोलने का दावा किया गया, वहीं रोबोटिक सर्जरी भी शुरू करने की बात कही गई. इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेज दिया गया है.
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वर्ष 2010 में संस्थान में न्यूरो सर्जरी का पहला ऑपरेशन हुआ
संस्थान के निदेशक डॉ. ए.के सिंह के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2006 में लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान खोलने पर मुहर लगाई. वर्ष 2009 में पीजीआई के सहयोग से ओपीडी शुरू की गई. वर्ष 2010 में संस्थान में न्यूरो सर्जरी का पहला ऑपरेशन हुआ. 2017-18 में एमबीबीएस शुरू हुआ. वर्ष 2019 में अस्पताल का संस्थान में विलय हो गया. ऐसे में 20 बेड से शुरू हुए संस्थान में अब एक हजार से ज्यादा बेड हो चुके हैं. इसमें सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक 350 बेड, हॉस्पिटल ब्लॉक 400 बेड, शहीद पथ पर अस्पताल में 200 बेड हैं. इस लंबे सफर में अभी तक संस्थान का स्थापना दिवस नहीं मनाया गया. ऐसे में 23 मार्च को डॉ. राम मनोहर लोहिया की जयंती के उपलक्ष में संस्थान का स्थापना दिवस 20 मार्च को मनाने का फैसला किया गया है. इसमें 19 तारीख को पहला कार्यक्रम होगा जिसमें 116 रिसर्च पेपर का प्रजेंटेशन होगा.
स्थापना दिवस में राज्यपाल होंगी मुख्य अतिथि
इस दौरान एसजीपीजीआई के निदेशक व्याख्यान देंगे. 20 मार्च को स्थापना दिवस में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मुख्य अतिथि होंगी. भविष्य में 23 मार्च को ही स्थापना दिवस मनाया जाएगा. पत्रकार वार्ता में डीन डॉ. नुजहत हुसैन, सीएमएस डॉ. राजन भटनागर, प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह मौजूद रहे. स्थापना दिवस में एमबीबीएस के विभिन्न प्रोफेशनल एग्जाम में टॉप करने वाले छात्रों को 16 एमबीबीएस छात्रों को अवार्ड दिया जाएगा. इसके अलावा 12 एमडी-एमएस छात्रों को अवार्ड मिलेगा. साथ ही बेस्ट वर्क करने वाले डॉक्टर और कर्मचारियों को भी सम्मानित किया जाएगा.
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इस साल शुरू होंगी सुविधाएं
- न्यूरोसाइंस सेंटर की शुरुआत होगी जिससे हेड इंजरी के मरीजों को मिलेगी राहत
- शहीद पथ अस्पताल में मैटरनल आईसीयू शुरू होगा, इससे गर्भवती व प्रसूता को भागदौड़ से छुटकारा मिलेगा
- न्यू कैंपस में फैकल्टी आवास, ब्वॉयज हॉस्टल, गर्ल्स हॉस्टल, नर्सिंग हॉस्टल का निर्माण पूरा होगा
यह है नया प्लान
- पॉजिट्रॉन इमिशन टोमोग्राफी (पीईटी) स्कैन के लिए आवश्यक रेडियो आइसोटोप संस्थान खुद बनाएगा, इसे मुंबई से मंगाने का झंझट खत्म होगा.
- रोबोटिक सर्जरी शुरू होगी. यूरोलॉजी, गैस्ट्रोलॉजी विभाग में पहले ऑपरेशन का प्लान.
- संस्थान में तीन विभाग खुलेंगे जिनमें गैस्ट्रोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी व गठिया रोग विभाग शामिल है.
- 2022 में संस्थान से पहला एमबीबीएस बैच पास होकर निकलेगा, इसे केजीएमयू की डिग्री मिलेगी.
- संस्थान में 2019 में दाखिला लेने वाले छात्रों को पास होने पर लोहिया संस्थान की डिग्री मिलेगी.