लखनऊ : एक तरफ ऊर्जा मंत्री और पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष लगातार अभियंताओं को एकमुश्त समाधान योजना सफल बनाने के लिए प्रयास तेज करने के निर्देश दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ विभाग के इंजीनियर लापरवाह बने हैं. ऐसे ही चार अभियंताओं को एकमुश्त समाधान योजना में लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ गया. मंगलवार को समीक्षा बैठक के दौरान यूपीपीसीएल के अध्यक्ष ने एक अधिशासी अभियंता के सस्पेंशन के साथ ही तीन अभियंताओं को अल्टीमेटम देते हुए स्पष्टीकरण तलब कर लिया है.
अधिशासी अभियंता आशीष कुमार को सस्पेंड करने के निर्देश
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष डॉ. आशीष गोयल ने ओटीएस योजना का प्रचार प्रसार न करने और बिजली से संबंधित कामों में लापरवाही बरतने के आरोप में रामपुर मनिहारान खंड के अधिशासी अभियंता आशीष कुमार को सस्पेंड करने के निर्देश जारी कर दिए हैं. शामली के अभियंता उदय प्रताप और नकुल सत्येंद्र कुमार को चेतावनी जारी की है. सहारनपुर द्वितीय के एक्सईएन ज्ञानेंद्र कुमार से स्पष्टीकरण तलब किया है.
एकमुश्त समाधान योजना में लापरवाही पर कार्रवाई
यूपीपीसीएल अध्यक्ष ने साफ तौर पर कहा है कि उपभोक्ताओं की सुविधा और बकाया राजस्व वसूलने के उद्देश्य से एकमुश्त समाधान योजना लाई गई है. इसमें लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त की नहीं जाएगी. यह भी जरूरी है कि जितनी बिजली हम उपभोक्ताओं को दे रहे हैं, उतना बिल भी वसूल करें. अध्यक्ष ने कहा कि कृषि फीडर पर निश्चित शेड्यूल के अनुरूप बिजली आपूर्ति दी जाए. कोल्हू के कनेक्शन के लिए किसानों को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. पश्चिमांचल डिस्काम के एमडी को सहारनपुर क्षेत्र में पिछले सालों की तुलना में कोल्हू कनेक्शन कम होने के चलते जांच के निर्देश दिए हैं. यह भी कहा है कि बिजली चोरी के प्रकरणों में पहली और आखिरी बार एकमुश्त समाधान योजना में छूट की सुविधा दी गई है. ऐसे में इस योजना का भरपूर प्रचार प्रसार किया जाए.
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