लखनऊः नवरात्र के पहले दिन जहां एक ओर घरों में लोगों ने मां दुर्गा की आराधना की तो वहीं दूसरी ओर धरती के भगवानों के घर में भी कुछ बच्चियों ने जन्म लिया. इन बच्चियों को डॉक्टर देवी का रूप मान रहे हैं और उनके सुरक्षित जीवन का आशीर्वाद दे रहे हैं.
राजधानी के वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय में बुधवार को कुल 9 बच्चों ने जन्म लिया. इनमें से 5 बच्चे मेल चाइल्ड रहे. वहीं चार बच्चियों ने जन्म लिया. अस्पताल की एसआईसी डॉ. नीरा जैन ने बताया कि सुबह 8:00 से रात 8:00 के बीच हमारे यहां पांच सिजेरियन और चार सामान्य प्रसव हुए हैं. नवरात्रि के पहले दिन हमारे अस्पताल में 4 बच्चियों ने जन्म लिया है. इनके परिवार वालों को हमने कन्या सुमंगला योजना के बारे में समझाया है.
इसके अलावा वीरांगना झलकारी बाई महिला चिकित्सालय में भी 8 बच्चों का जन्म हुआ. इनमें से 4 बच्चियां हैं. अस्पताल की सीएमएस डॉ. सुधा वर्मा ने बताया कि सुबह 8 से रात 8 बजे के बीच हमारे अस्पताल में 5 सिजेरियन और तीन सामान्य प्रसव हुए हैं. डॉक्टर सुधा ने बताया कि कर्फ्यू जैसे माहौल में भी हम दिन रात एक कर जच्चा-बच्चा अस्पताल को सुचारू रूप से चलाने का प्रयास कर रहे हैं. ताकि गर्भवती महिलाओं को परेशानी न हो.
इसे भी पढ़ें- फरंगी महली ने मुसलमानों से की अपील, घर में अदा करें नमाज
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के क्वीन मेरी अस्पताल नवरात्र के पहले दिन 15 नवजात शिशुओं का जन्म हुआ है. इनमें से 6 नवजात शिशु बेटियां हैं. अस्पताल की मीडिया प्रभारी डॉ. स्मृति अग्रवाल ने बताया कि सभी बच्चे स्वास्थ हैं. डॉ. नीरा जैन ने बताया कि फिलहाल आपातकालीन स्थिति के माहौल में हम अस्पताल में कुछ सुविधाएं मुहैया करवा रहे हैं. ताकि जच्चा-बच्चा के साथ आए तीमारदारों को भी ज्यादा परेशानियों का सामना न करना पड़े.