लखनऊ: राजधानी लखनऊ में कोरोना के कारण रामस्वरूप इंजीनियरिंग कॉलेज को अस्थाई जेल बनाया गया था. यहां पर सात हजार से ज्यादा कैदियों को रखा गया है. इन कैदियों की कोरोना जांच कराई गई थी, जो निगेटिव आई है. वहीं इसी अस्थाई जेल में भाजपा नेता दयाशंकर सिंह के परिवार की महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी के मामले में नसीमुद्दीन सिद्दीकी और राम अचल राजभर भी बंद थे. दोनों नेताओं ने एमपी-एमएलए कोर्ट में सरेंडर किया था. रविवार को दोनों को लखनऊ जिला जेल में शिफ्ट कर दिया गया.
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह के परिवार की महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी के मामले में पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्धकी और राम अचल राजभर पर हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले में दोनों नेताओं के खिलाफ एमपी-एमएलए कोर्ट ने कुर्की का नोटिस किया था. इसके बाद दोनों ने कोर्ट में सरेंडर किया, जिसके बाद दोनों को रामस्वरूप इंजीनियरिंग कॉलेज अस्थाई जेल में रखा गया था. वहीं लखनऊ में कोरोना संक्रमित मरीजों को संख्या में लगातार दर्ज की जा रही गिरावट के कारण इस अस्थाई जेल को खत्म करने का भी आदेश जारी किया गया है.