लखनऊ: सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के गाजियाबाद लोनी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर को बुधवार को सदन में अपना पक्ष रखने का मौका मिला. उन्होंने पूरे प्रकरण के बारे में सदन को जानकारी दी और पीठ से जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. वह अधिकारियों पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि 97 फीसदी अधिकारी भ्रष्ट हैं. मंगलवार को विधानसभा में धरने पर बैठने वाले विधायक ने बुधवार को मुख्यमंत्री की तारीफ की.
गुर्जर ने पीठ को संबोधित करते हुए कहा कि मैं किसी भी प्रकार से गलत नहीं हूं. मैंने कोई गलत कार्य नहीं किया है. मैं विद्यार्थी जीवन में पढ़ाई में मेधावी छात्र रहा. आज भी एक जनप्रतिनिधि के तौर पर बेहतर कार्य और जनता की सेवा करने की कोशिश कर रहा हूं. अधिकारी मेरे खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं.उन्होंने कहा कि नेताओं की संपत्ति की जांच करा लिया जाए. अधिकारियों की संपत्ति की जांच करा लें. उनकी पत्नियों की एनजीओ की भी जांच करा लें. गुर्जर ने कहा कि मुख्यमंत्री बेहद ईमानदार हैं. जीरो टॉलरेंस की नीति पर सरकार चला रहे हैं लेकिन अधिकारी भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं. दो से तीन प्रतिशत अधिकारी ही ईमानदार बचे हैं.मैं कभी भी विधायक निधि से कमीशन नहीं लेता. कोई भी ठेकेदार यह नहीं कह सकता है. अधिकरी 22 प्रतिशत कमीशन लेते हैं. मैंने इसका विरोध किया तो सब ने मिलकर हमारे खिलाफ मुकदमे लिख कर भेज दिया. मानो मैं अपराधी हूं, इससे मुझे दुख हुआ है.गुर्जर ने कहा कि हम पढ़े लिखे हैं. ईमानदारीपूर्ण जीवन जीते हैं. उन सभी अधिकारियों की संपत्ति की जांच कराई जाए. उन्होंने पीठ के प्रति विश्वास जताते हुए कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
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