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सरकार के आदेश की अफसरों ने उड़ाई धज्जियां, इकाना आज भी नहीं हुआ 'अटल'

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Published : Feb 5, 2019, 1:04 PM IST

लखनऊ में पांच नवम्बर को योगी सरकार ने इकाना क्रिकेट स्टेडियम का नाम पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर करने का ऐलान किया था. लेकिन कई महीने बीत जाने के बावजूद इकाना स्टेडियम का नाम अभी तक नहीं बदल सका है. सिर्फ कागजों पर ही इकाना स्टेडियम का नाम स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किया गया है.

जानकारी देते संवाददाता.

लखनऊ : पांच नवम्बर को योगी सरकार ने इस इकाना क्रिकेट स्टेडियम का नाम पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर करने का ऐलान किया था. आवास विकास विभाग की तरफ से इसका नामकरण अटल जी के नाम पर किये जाने का शासनादेश भी जारी हो गया था. लेकिन कई महीने बीत जाने के बावजूद इकाना का नाम अभी तक नहीं बदल सका है.

जानकारी देते संवाददाता.
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इस इकाना क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी की सरकार में अखिलेश यादव ने कराया था. करीब साढ़े पांच सौ करोड़ रुपये की लागत से इस बेहतरीन स्टेडियम का काम पूरा हुआ था. नवंबर महीने में इंडिया वर्सेस वेस्टइंडीज क्रिकेट मैच का आयोजन भी इस इकाना स्टेडियम में किया गया था.


6 नवंबर को खेले गए क्रिकेट मैच से पहले 5 नवंबर को योगी सरकार ने इसका नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर कर दिया था. आवास विकास विभाग की तरफ से इस का शासनादेश भी राज्यपाल की मंजूरी के बाद जारी कर दिया गया था. कई महीने बीत जाने के बावजूद भी आज तक इकाना स्टेडियम का नाम 'अटल' नहीं हो पाया है.


इकाना का नाम बदलकर अटल करने के योगी सरकार के फैसले पर समाजवादी पार्टी ने भी कड़ी आपत्ति जताई थी, लेकिन सरकार के नुमाइंदों ने अभी भी इस पर ध्यान नहीं दिया. अफसरों ने सिर्फ कागजों पर ही इकाना का नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी कर दिया है.

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ईटीवी ने जब इस प्रकरण पर इकाना स्पोर्ट सिटी के प्रबंध निदेशक उदय सिन्हा से संपर्क किया तो उन्होंने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी. जबकि उनके प्रबंधन से जुड़े शेखर मिश्रा ने कहा कि बदलने का शासनादेश आ चुका था. पिछले साल लेकिन अभी स्टेडियम में दिखाया नहीं गया है. स्टेडियम का जब निर्माण हुआ तभी इकाना लिखा गया था. अब इसे सुधार कराया जाएगा.

लखनऊ : पांच नवम्बर को योगी सरकार ने इस इकाना क्रिकेट स्टेडियम का नाम पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर करने का ऐलान किया था. आवास विकास विभाग की तरफ से इसका नामकरण अटल जी के नाम पर किये जाने का शासनादेश भी जारी हो गया था. लेकिन कई महीने बीत जाने के बावजूद इकाना का नाम अभी तक नहीं बदल सका है.

जानकारी देते संवाददाता.
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इस इकाना क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी की सरकार में अखिलेश यादव ने कराया था. करीब साढ़े पांच सौ करोड़ रुपये की लागत से इस बेहतरीन स्टेडियम का काम पूरा हुआ था. नवंबर महीने में इंडिया वर्सेस वेस्टइंडीज क्रिकेट मैच का आयोजन भी इस इकाना स्टेडियम में किया गया था.


6 नवंबर को खेले गए क्रिकेट मैच से पहले 5 नवंबर को योगी सरकार ने इसका नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर कर दिया था. आवास विकास विभाग की तरफ से इस का शासनादेश भी राज्यपाल की मंजूरी के बाद जारी कर दिया गया था. कई महीने बीत जाने के बावजूद भी आज तक इकाना स्टेडियम का नाम 'अटल' नहीं हो पाया है.


इकाना का नाम बदलकर अटल करने के योगी सरकार के फैसले पर समाजवादी पार्टी ने भी कड़ी आपत्ति जताई थी, लेकिन सरकार के नुमाइंदों ने अभी भी इस पर ध्यान नहीं दिया. अफसरों ने सिर्फ कागजों पर ही इकाना का नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी कर दिया है.

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ईटीवी ने जब इस प्रकरण पर इकाना स्पोर्ट सिटी के प्रबंध निदेशक उदय सिन्हा से संपर्क किया तो उन्होंने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी. जबकि उनके प्रबंधन से जुड़े शेखर मिश्रा ने कहा कि बदलने का शासनादेश आ चुका था. पिछले साल लेकिन अभी स्टेडियम में दिखाया नहीं गया है. स्टेडियम का जब निर्माण हुआ तभी इकाना लिखा गया था. अब इसे सुधार कराया जाएगा.

Intro:एंकर
लखनऊ। अफसरों की कार्यशैली किस प्रकार से लापरवाही से भरी हुई होती है और मुख्यमंत्री तक के आदेशों को दरकिनार करते हुए उनकी धज्जियां उड़ाई जाती है, इसका जीता जागता उदाहरण हम आपको उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ही दिखाने वाले हैं।
लखनऊ के इकाना स्टेडियम में पिछले साल नवंबर महीने में इंडिया वर्सेस वेस्टइंडीज क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया था क्रिकेट मैच का उद्घाटन भी यूपी के राज्यपाल राम नाईक व यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को करना था, मैच के उद्घाटन से ठीक 1 दिन पहले पांच नवम्बर को योगी सरकार ने इस इकाना क्रिकेट स्टेडियम का नाम पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई के नाम पर करने का ऐलान किया और आवास विकास विभाग की तरफ से इसका नामकरण अटल जी के नाम पर किए जाने का शासनादेश भी जारी हो गया था।
कई महीने बीत जाने के बावजूद अफसर अभी तक इकाना का नाम अटल बिहारी बाजपेई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम सिर्फ कागजों पर ही कर पाए हैं हकीकत यह है कि स्टेडियम के अंदर से लेकर बाहर तक ग्राउंड से लेकर अन्य जगहों पर सिर्फ और सिर्फ इकाना क्रिकेट स्टेडियम ही लिखा हुआ नजर आता है।
ऐसे में आप समझ सकते हैं कि यूपी की राजधानी लखनऊ में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों की अवहेलना और उनके आदेश की अफसरों ने किस प्रकार से धज्जियां उड़ा दी है कि अटल बिहारी वाजपेई के नाम को लेकर ही अधिकारी लापरवाही कर रहे हैं और इकाना स्टेडियम का नाम अटल अभी तक नहीं हो पाया है।
अफसर यूपी की राजधानी लखनऊ में ही मुख्यमंत्री के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं यही नहीं अभी आईएस वर्सेस आईपीएल क्रिकेट मैच का भी आयोजन किया गया।
इस क्रिकेट मैच में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव डॉ अनूप चंद्र पांडेय मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव एसपी गोयल डीजीपी ओ पी सिंह सहित उत्तर प्रदेश सरकार के बड़े प्रशासनिक व पुलिस अफसर शामिल हुए। इन अफसरों की नजर भी इकाना क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदलने को लेकर भी नहीं गया।
हर किसी की नजर यहां अटल का नाम नहीं लिखे जाने पर नहीं गया अगर गया होता तो इस पर सरकार हरकत में भी आती लेकिन आंखों पर जो पर्दा पड़ा है वह कहां दूर होने वाला है लापरवाही की हद है कि अधिकारी किस प्रकार से काम कर रहे हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।




Body:इस इकाना क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण पूर्वर्ती समाजवादी पार्टी की सरकार में अखिलेश यादव ने कराया था करीब साढे 500 करोड़ रुपए की लागत से इस बेहतरीन स्टेडियम का काम पूरा हुआ था नवंबर महीने में इंडिया वर्सेस वेस्टइंडीज क्रिकेट मैच का आयोजन भी इस इकाना स्टेडियम में किया गया।
6 नवंबर को खेले गए क्रिकेट मैच से पहले 5 नवंबर को योगी आदित्यनाथ सरकार ने इसका नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर कर दिया था आवास विकास विभाग के तरफ से इस का शासनादेश भी राज्यपाल की मंजूरी के बाद जारी कर दिया गया था कई महीने बीत जाने के बावजूद भी आज तक का नाम 'अटल' नहीं हो पाया है।
इकाना का नाम बदलकर अटल करने के योगी सरकार के फैसले पर समाजवादी पार्टी ने भी कड़ी आपत्ति जताई थी लेकिन सरकार के नुमाइंदों ने अभी भी इस पर ध्यान नहीं दिया और हर जगह इका लाइक आना ही लिखा हुआ नजर आ रहा है कहीं पर भी स्टेडियम बर अटल बिहारी बाजपेई का नाम नजर नहीं आया।
अफसरों ने सिर्फ कागजों पर ही इकाना का नाम बदलकर अटल बिहारी बाजपेई कर दिया है।



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