लखनऊ : पांच नवम्बर को योगी सरकार ने इस इकाना क्रिकेट स्टेडियम का नाम पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर करने का ऐलान किया था. आवास विकास विभाग की तरफ से इसका नामकरण अटल जी के नाम पर किये जाने का शासनादेश भी जारी हो गया था. लेकिन कई महीने बीत जाने के बावजूद इकाना का नाम अभी तक नहीं बदल सका है.
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इस इकाना क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी की सरकार में अखिलेश यादव ने कराया था. करीब साढ़े पांच सौ करोड़ रुपये की लागत से इस बेहतरीन स्टेडियम का काम पूरा हुआ था. नवंबर महीने में इंडिया वर्सेस वेस्टइंडीज क्रिकेट मैच का आयोजन भी इस इकाना स्टेडियम में किया गया था.
6 नवंबर को खेले गए क्रिकेट मैच से पहले 5 नवंबर को योगी सरकार ने इसका नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर कर दिया था. आवास विकास विभाग की तरफ से इस का शासनादेश भी राज्यपाल की मंजूरी के बाद जारी कर दिया गया था. कई महीने बीत जाने के बावजूद भी आज तक इकाना स्टेडियम का नाम 'अटल' नहीं हो पाया है.
इकाना का नाम बदलकर अटल करने के योगी सरकार के फैसले पर समाजवादी पार्टी ने भी कड़ी आपत्ति जताई थी, लेकिन सरकार के नुमाइंदों ने अभी भी इस पर ध्यान नहीं दिया. अफसरों ने सिर्फ कागजों पर ही इकाना का नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी कर दिया है.
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ईटीवी ने जब इस प्रकरण पर इकाना स्पोर्ट सिटी के प्रबंध निदेशक उदय सिन्हा से संपर्क किया तो उन्होंने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी. जबकि उनके प्रबंधन से जुड़े शेखर मिश्रा ने कहा कि बदलने का शासनादेश आ चुका था. पिछले साल लेकिन अभी स्टेडियम में दिखाया नहीं गया है. स्टेडियम का जब निर्माण हुआ तभी इकाना लिखा गया था. अब इसे सुधार कराया जाएगा.