लखनऊ: राजधानी में 13 अक्टूबर को दिनदहाड़े एक डिस्ट्रीब्यूटर को गोली मार कर बाइक सवार बदमाशों ने रुपयों से भरा बैग लूट लिया था. इस घटना को खुलासा करते हुए पुलिस ने बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है.
13 अक्टूबर की सुबह नमस्ते इंडिया दूध के डिस्ट्रीब्यूटर से बदमाशों ने गोली मार कर नगदी लूट ली थी और फरार हो गए. गोली लगने से ड्रिस्टीब्यूटर गंभीर रूप से घायल हो गया था. स्थानीय लोगों ने घायल डिस्ट्रीब्यूटर को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था. घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया. बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई. जिसमें रविवार को जेसीपी लॉ एन्ड ऑर्डर पीयूष मोर्डिया ने लूट का खुलासा करते हुए दो बदमाशों को लूटी गई नगदी के साथ गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने दोनों बदमाशों को जेल भेज दिया है.
क्या था घटनाक्रम: लूट की वारदात के बाद मौके पर पहुंचे डीसीपी दक्षिणी राहुल राज ने बताया था कि नमस्ते इंडिया में डिस्ट्रीब्यूटर का काम कर रहे कुलदीप मिश्रा के साथ घटना हुई है. वह मोहान रोड स्थित रास्ते से जा रहे थे. दो बाइक सवार युवकों ने बाइक साइड में लगा कर पहले डिस्ट्रीब्यूटर कुलदीप को धक्का दिया और फिर उनके सिर में गोली मार दी. सिर में गोली लगने के कारण कुलदीप वहीं जमीन पर गिर गया. इसके बाद बदमाश कुलदीपर से रुपये से भरा बैग छीनकर फरार हो गए. डीसीपी ने कहा कि घटनास्थल से पुलिस को बाइक और अन्य चीजें बरामद हुई हैं. घटना के खुलासे के लिए पुलिस टीमें गठित की गई थीं.
घटना से पहले की रेकी: जेसीपी ने बताया कि आरोपी दीपक सिंह काशीराम कॉलोनी पारा लखनऊ में रहता है. दीपक की सब्जी की दुकान है, जिसपर वह कभी-कभी खुद बैठ जाया करता ता. दीपक का दोस्त अमर सिंह अक्सर उससे मिलने आया करता था. अमर सिंह की कॉलोनी में एक परचून की दूकान है जिस पर नमस्ते इंडिया दूध का ड्रिस्ट्रीब्यूटर कुलदीप मिश्रा दूध देने सुबह में आता था और दोपहर में पैसे क्लेक्ट करने के लिए आता था. दीपक ने यह बात अपने साथी अमर और हारून से बताई. इसके बाद हारून ने यह बात अपने दोस्त रंजीत को बताई. रंजीत और हारून दोनों ने मिलकर पहले मिल्क डिस्ट्रीब्यूटर कुलदीप की रैकी की और बताया कि एक दिन में दो से तीन लाख रूपए एकत्रित हो जाते है.
जॉइंट कमिश्नर ला एन्ड ऑर्डर पीयूष मोर्डिया ने आगे बताया कि घटना के दिन हारून व रंजीत ने पहले रैकी की. जब कुलदीप पैसा कलेक्ट कर सुनसान जगह पहुंचा, तो दीपक व अमर ने कुलदीप को रोका और तमंचे से फायर कर रुपयों से भरा बैग छीन लिया. जिसके बाद कुलदीप से लूटा हुआ बैग हारून व रंजीत को दे दिया. हारून ने बैग में देखकर बताया कि 40 हजार रुपये हैं. इसके बाद चारों ने आपस में पैसे बांट लिए.
हारून और रंजीत को गोमतीनगर पुलिस किसी अन्य मामले में 8 नवंबर 2022 को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. तो वहीं, दीपक व अमर को सीसीटीवी फुटेज, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य व मुखबिरों की सहायता से गिरफ्तार किया है. जिनके पास से लूटी नगदी में बचे 10,070 रुपये, अवैध तमंचा और घटना में प्रयोग की गई मोटरसाइकिल बरामद की गई है. दोनों बदमाशों के खिलाफ लखनऊ के कई थानों में संगीन धाराओं में मुकदमें दर्ज थे, जिनमें दोनों फरार चल रहे थे.
यह भी पढे़ं:नमस्ते इंडिया दूध के डिस्ट्रीब्यूटर से दिनदहाड़े लूट, गोली मारकर बदमाश ले गए रुपयों से भरा बैग