मुजफ्फरपुर : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) मामले को लेकर मंगलवार को व्यवहार न्यायालय में सुनवाई हुई. जिसके बाद सीजेएम ने परिवाद (complaint) स्वीकार कर लिया है. अगली तारीख को मामले की सुनवाई सीजेएम खुद करेंगे. इसके साथ ही इस मामले में परिवादी और गवाहों का बयान भी लिया जाएगा.
दरअसल उत्तर प्रदेश में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'अब्बाजान' कहते हुए अपने राजनीतिक विरोधियों पर कटाक्ष किया था. जिससे आहत होकर बीते 13 सितम्बर को मुजफ्फरपुर कोर्ट में सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने उनके खिलाफ कोर्ट में परिवाद दायर किया था.
तमन्ना हाशमी ने बताया कि बीते दिनों कोर्ट में अब्बाजान वाली बात को लेकर परिवाद दायर किया था. जिसे सीजेएम ने स्वीकार कर लिया है. परिवाद दायर करने के बाद मुझे फोन पर जान से मारने कि धमकियां भी दी जा रही हैं. इसके संबंध में अहियापुर थाना में आवेदन भी दिया है. आज न्यायलय में भी हमने सुरक्षा कि गुहार लगाई है.
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में कुछ महिने बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. जिसे लेकर पक्ष और विपक्ष लगातार एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं. खासकर दलित और मुसलिम वोट बैंक को साधने की कोशिश की जा रही है. इसी बीच एक सभा में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए 'अब्बाजान' शब्द का प्रयोग किया था. जिसके बाद मुजफ्फरपुर में उनके खिलाफ एक खास समुदाय पर कटाक्ष करने को लेकर मामला दर्ज हुआ. ऐसा माना जा रहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की मुश्किलें बढ़ सकती है.
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