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बारिश के बाद गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण कम, मुजफ्फरनगर का AQI पहुंचा 333

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 10, 2023, 9:10 PM IST

प्रदेश सरकार प्रदूषण नियंत्रण के लिए स्थाआ समाधान खोजने की दिशा में कदम (Muzaffarnagar highest AQI in UP) उठाने जा रही है. वहीं गुरुवार को बारिश होने के चलते गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, नोएडा समेत अन्य जिलों में भी प्रदूषण का स्तर कम हुआ है. जबकि लखनऊ का एक्यूआई 294 अंक पहुंच गया.

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लखनऊ : हर साल सर्दियों के मौसम में प्रदूषण स्तर तेजी से बढ़ जाता है. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड यानी कि सीपीसीबी रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के कई ऐसे जिले हैं जो बीते दिन गुरुवार को प्रदूषण स्तर के मामले में 300 अंक पर कर चुके थे, हालांकि, गुरुवार को बारिश होने के चलते गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, नोएडा समेत अन्य जिलों में भी प्रदूषण का स्तर कम हुआ है. राजधानी लखनऊ की बात करें तो बीते दिन लखनऊ का एक्यूआई 264 था. जबकि, शुक्रवार को लखनऊ का एक्यूआई 294 अंक पहुंच गया.

इन बातों का रखें ख्याल
इन बातों का रखें ख्याल

प्रदूषण स्तर में टॉप 10 जिलों में सबसे पहले मुजफ्फरनगर का एक्यूआई 333 और दूसरे नंबर पर मेरठ का एक्यूआई 328 है, वहीं गाजियाबाद का एक्यूआई 248, ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई 247, लखनऊ का एक्यूआई 294, कानपुर का एक्यूआई 240, नोएडा का एक्यूआई 231, प्रतापगढ़ का एक्यूआई 213, गोरखपुर का एक्यूआई 210, प्रयागराज का एक्यूआई 195, वाराणसी का एक्यूआई 129 और वृंदावन का एक्यूआई 100 है.

एक्यूआई गुणवत्ता
0-50 अच्छी
51-100 संतोषजनक
101-200 मध्यम
201-300 खराब
301-400 बेहद खराब
401-500 खतरनाक

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. उमेश चन्द्र शुक्ला ने कहा कि 'इधर प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ा है. प्रदूषण को कंट्रोल में करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लगातार काम कर रहा है. जिस वक्त राजधानी लखनऊ समेत बाकी जिलों का भी प्रदूषण स्तर 80 अंक से नीचे था, उस समय से ही प्रदूषण को नियंत्रण में करने के लिए तमाम कार्यक्रम किए जा रहे थे. इस समय लखनऊ प्रदूषण स्तर 250 अंक के पार हो चुका है. ऐसे में बाहर निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें. अनावश्यक वाहन न चलाएं. सर्दियों में हर साल ऐसे ही प्रदूषण स्तर बढ़ता है, इस मौसम में स्वास्थ्य के प्रति भी लोग जागरूक रहें.'

यह भी पढ़ें : प्रदूषण नियंत्रण के लिए यूपी सरकार बना रही ऐसी योजना, समस्या का होगा स्थाई से समाधान

यह भी पढ़ें : दिल्ली के प्रदूषण ने बिगाड़ा यूपी का एक्यूआई, आप भी इस तरह से देख सकते हैं अपने शहर का एक्यूआई

लखनऊ : हर साल सर्दियों के मौसम में प्रदूषण स्तर तेजी से बढ़ जाता है. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड यानी कि सीपीसीबी रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के कई ऐसे जिले हैं जो बीते दिन गुरुवार को प्रदूषण स्तर के मामले में 300 अंक पर कर चुके थे, हालांकि, गुरुवार को बारिश होने के चलते गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, नोएडा समेत अन्य जिलों में भी प्रदूषण का स्तर कम हुआ है. राजधानी लखनऊ की बात करें तो बीते दिन लखनऊ का एक्यूआई 264 था. जबकि, शुक्रवार को लखनऊ का एक्यूआई 294 अंक पहुंच गया.

इन बातों का रखें ख्याल
इन बातों का रखें ख्याल

प्रदूषण स्तर में टॉप 10 जिलों में सबसे पहले मुजफ्फरनगर का एक्यूआई 333 और दूसरे नंबर पर मेरठ का एक्यूआई 328 है, वहीं गाजियाबाद का एक्यूआई 248, ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई 247, लखनऊ का एक्यूआई 294, कानपुर का एक्यूआई 240, नोएडा का एक्यूआई 231, प्रतापगढ़ का एक्यूआई 213, गोरखपुर का एक्यूआई 210, प्रयागराज का एक्यूआई 195, वाराणसी का एक्यूआई 129 और वृंदावन का एक्यूआई 100 है.

एक्यूआई गुणवत्ता
0-50 अच्छी
51-100 संतोषजनक
101-200 मध्यम
201-300 खराब
301-400 बेहद खराब
401-500 खतरनाक

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. उमेश चन्द्र शुक्ला ने कहा कि 'इधर प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ा है. प्रदूषण को कंट्रोल में करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड लगातार काम कर रहा है. जिस वक्त राजधानी लखनऊ समेत बाकी जिलों का भी प्रदूषण स्तर 80 अंक से नीचे था, उस समय से ही प्रदूषण को नियंत्रण में करने के लिए तमाम कार्यक्रम किए जा रहे थे. इस समय लखनऊ प्रदूषण स्तर 250 अंक के पार हो चुका है. ऐसे में बाहर निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें. अनावश्यक वाहन न चलाएं. सर्दियों में हर साल ऐसे ही प्रदूषण स्तर बढ़ता है, इस मौसम में स्वास्थ्य के प्रति भी लोग जागरूक रहें.'

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