लखनऊः चीन से सटी एलएसी के पास नॉर्थ सिक्किम में शुक्रवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे में भारतीय सेना के 16 जवान शहीद हो गए. इसी हादसे में यूपी के चार जवान शहीद हुए हैं, जिसमें लखनऊ, एटा, मुजफ्फरगनर और उन्नाव का एक-एक जवान शामिल है. मुजफ्फरनगर जिले भोपा थाना क्षेत्र के युसुफपुर गांव में रहने वाले लोकेश सहरावत के शहीद होने की खबर से गांव व क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी है. वहीं, हादसे में एटा जिले के अलीगंज में रहने वाले लांस नायक भूपेंद्र सिंह भी शहीद शहीद हुए हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने शहीदों के परिजनों को 50 लाख मुआवजा और एक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान किया है.
दो वर्ष पहले लोकेश सहरावत की हुई थी शादी
लोकेश सहरावत 2013 में सेना में भर्ती हुएथे. उनकी प्रारम्भिक शिक्षा भोपा के जनता इंटर कॉलेज में हुई थी. वह वॉलीबॉल के खिलाड़ी थे. स्पोर्ट्समैन के रूप में उनकी भर्ती सेना में हुई थी और लोकेश सहरावत(28) की शादी दो वर्ष पहले खतौली क्षेत्र के गांव खानपुर में हुई थी. लोकेश के परिवार में पत्नी तनु के अलावा पिता उदयवीर सहरावत माता कुसुमलता हैं. बहन रश्मि की शादी निकटवर्ती गांव करहेड़ा में हुई है. गुरुवार की शाम परिजनों ने लोकेश सहरावत से फोन पर बात कर उनका हाल जाना था, लेकिन क्या पता था कि ये आखरी वार्ता बन जायेगी. लोकेश की मौत का समाचार देर शाम उनके माता-पिता को सदमा लग जाने के कारण नहीं बताया गया था.
एटा के लांस नायक भूपेंद्र शहीद
सिक्किम में हुए हादसे में एटा जिले के अलीगंज ब्लॉक क्षेत्र के गांव ताजपुर अद्दा के रहने वाले लांस नायक भूपेंद्र सिंह भी शहीद हुए हैं. लांस नायक के शहीद होने की खबर शुक्रवार शाम को जैसे ही परिजनों को मिली, तो परिवार में चीत्कार मच गई. खबर मिलते ही गांव सहित आसपास के लोगों शहीद के घर जाना शुरू हो गया.
पूर्व प्रधान के कुलदीप सिंह ने बताया कि भूपेंद्र के पिता सुरेंद्र सिंह और बाबा वैजनाथ भी सेना से सेवानिवृत्त हुए थे. 2017 में भूपेंद्र की शादी हुई थी. उनकी एक पुत्री है. अपर जिलाधिकारी प्रशासन आलोक कुमार ने बताया कि अभी सेना की ओर से कोई अधिकृत जानकारी नहीं मिली है. संभवत: रविवार को ही पार्थिव शरीर यहां भेजा जाएगा. सैन्य सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की जाएगी.
उन्नाव जिले के जवान श्याम सिंह शहीद
उन्नाव जिले के मौरावां थाना क्षेत्र के ककरारी गुलरिहा गांव के रहने वाले नायक श्याम सिंह सिक्किम सड़क हादसे में शहीद हो गए. बेस कैम्प से फोन कर परिजनों को सूचना दी गई थी. सूचना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
शहीद श्याम सिंह अपने माता- पिता के अकेले बेटे थे. उनकी दो बहनें हैं और दोनों की शादी हो चुकी है. शहीद श्याम सिंह यादव के पिता किसान हैं. किसानी में हाथ बटाने के लिए बीते दिनों 15 दिन की छुट्टी पर श्याम सिंह गांव आए थे. 8 दिसंबर को छुट्टी खत्म होने के बाद दोबारा सिक्किम पहुंचे थे.
ललितपुर का जवान चरन सिंह शहीद
ललितपुर जिले के सौजना गांव निवासी चरन सिंह(35) पुत्र हुकुम सिंह सिक्किम हादसे में शहीद हो गए. वह 2004 में आर्मी में भर्ती हुए थे. वर्तमान मे सिक्किम में तैनात थे. शहीद सैनिक के बड़े भाई बृजपाल सिंह ने बताया कि उनका भाई 3 दिसंबर को ही घर से ड्यूटी पर पहुंचा था. अचानक मौत की खबर से परिजनों में मातम छा गया.
हुकुम सिंह का बेटा चरन सिंह(35) वर्ष 2004 में भारतीय सेना में भर्ती हुआ था. वर्तमान में वह 26 नायक यूनिट में सिक्किम में तैनात था. शहीद चरन सिंह के बड़े भाई अमर सिंह ने बताया कि शाम को सेना यूनिट से उन्हें फोन पर घटना की जानकारी दी गई है और चरन सिंह के इस घटना में हताहत होने के बारे में बताया गया है. हालांकि डीएम आलोक सिंह देर शाम तक इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं की है. देर रात लखनऊ से मिली सूचना के आधार पर जवान चरन सिंह के शहीद होने की पुष्टि हुई.
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