लखनऊ: अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट से जल्द ही फैसला आने वाला है. जिसे लेकर जहां एक ओर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से चाक-चौबंद नजर आ रहा है वहीं दूसरी ओर जगह-जगह तमाम धर्मगुरुओं की ओर से शांति बैठकें की जा रही हैं. जिसमें लोगों को यह बात समझाई जा रही है कि किसी भी हाल में हमें अमन का दामन नहीं छोड़ना है. बृहस्पतिवार को राजधानी के वजीरगंज थाना क्षेत्र में स्थित शौकत अली के हाते में इसी तरह की एक बैठक मुस्लिम धर्मगुरुओं द्वारा की गई. इसमें सभी सभी धर्मों के कई धर्मगुरु भी शामिल हुए और उन्होंने भी देश के नागरिकों से अपील की कि हमें देश का माहौल खराब करने वाले लोगों की बातों में नहीं आना है.
मुस्लिम धर्मगुरुओं ने की शांति बैठक
- बृहस्पतिवार को राजधानी लखनऊ में एक शांति बैठक मुस्लिम धर्मगुरुओं द्वारा की गई.
- यह बैठक लखनऊ के थाना वजीरगंज क्षेत्र में स्थित शौकत अली के हाते में संपन्न हुई.
- शांति कमेटी की यह बैठक जमीयतुल-उलमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय महासचिव और मजलिस-ए-तहफ्फुज-ए-नामुस-ए-सहाबा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अब्दुल अलीम फारूकी के नेतृत्व में की गई थी.
- इस शान्ति कमेटी की बैठक में बड़ी संख्या लोग शामिल हुए.
- बैठक में सभी धर्मों के कई धर्मगुरु भी शामिल हुए और उन्होंने भी देश के नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की.
अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला चाहे किसी के भी पक्ष में आए सब को वह खुशी-खुशी स्वीकार करना चाहिए और किसी को भी यह नहीं सोचना है कि यह हमारी हार है, क्योंकी सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करना सबका फर्ज बनता है. हमें मेल मोहब्बत से रहना है.
-मौलाना अलीम फारुकी,मुस्लिम धर्मगुरु