लखनऊ : पीजीआई थाना क्षेत्र के अंतर्गत तेलीबाग के माली टोला में शनिवार को मीनाक्षी की कैंची से गोदकर हत्या कर दी गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मीनाक्षी की जान लेने के लिए उस पर 22 बार कैंची से वार किया गया. पुलिस जांच में सामने आया कि दहेज मांग पूरी न होने पर पति ने ही हत्या की है. पुलिस ने दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपी पति सर्वेश को गिरफ्तार कर लिया है. जांच में सामने आया है कि हत्या को सुसाइड का रूप देने के लिए सर्वेश अंदर से दरवाजा बंद करके खिड़की से बाहर निकल गया था.
लखीमपुर खीरी जनपद के कैमहरा थाना फरधान के रहने वाले मुन्नालाल सैनी के अनुसार उन्होंने अपनी बेटी मीनाक्षी का विवाह तेलीबाग के खरिका में स्थित पंचायत भवन के पास रहने वाले सर्वेश के साथ छह फरवरी 2017 को किया था. विवाह के बाद से ही बेटी के ससुरालीजन पति सर्वेश, जेठ दुर्गेश, जेठानी अमृता, संगीता ननद व ननदोई दिए गए दान दहेज से खुश नहीं थे. वे सभी शादी के बाद ही चार लाख रुपये अतिरिक्त दहेज के रूप मे मांग करने लगे थे. जिससे सर्वेश पति को दुकान व्यवसाय कराया जा सके. जिस पर उन्होंने अपनी हैसियत न होने का हवाला देते हुए मना कर दिया था. मुन्ना लाल के मुताबिक बेटी के ससुरालीजनों ने दहेज की मांग न पूरी होने के कारण पति सर्वेश ने अपने परिजनों के साथ मिलकर मीनाक्षी की हत्या कर दी है.
पीजीआई थाना बृजेश चंद्र तिवारी का कहना है कि मीनाक्षा के पिता मुन्ना लाल की तहरीर पर आईपीसी 304 बी, 498 ए, 506, 3/4 डीपी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपी सर्वेश को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है. आरोप है कि ससुरालीजन बेटी पर दहेज लाने के बाबत दबाव बनाते रहे थे और शारीरिक मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे. मीनाक्षी फोन कर उन्हें सारी बात बताती थी. घटना वाले दिन उन्हें फोन पर मीनाक्षी के घायल होने की जानकारी मिली थी. सर्वेश ने बताया था कि वह मीनाक्षा को ट्रामा सेंटर ले जा रहा है, जहां मीनाक्षी को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
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